जमुई (Jamui), 18 मार्च : राष्ट्रीय लोक समता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा विरासत बचाओ नमन यात्रा के क्रम में गुरुवार को देर रात्रि में जमुई पहुंचे। उन्होंने इसी संदर्भ में शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित एक होटल के प्रशाल में कलमकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को बर्बाद करने वाली ताकतों को सत्ता सौंप रहे हैं। इस यात्रा का मकसद बिहार को बचाना है। इस दौरान उन्होंने राजद का साथ देने के लिए सीएम पर जमकर निशाना साधा।
श्री कुशवाहा ने आगे कहा कि जिस विरासत के आधार पर बिहार आगे बढ़ा उसे संभालने की जिम्मेदारी नीतीश कुमार पर आई थी। जननायक कर्पूरी ठाकुर , बापू की विरासत और बिहार के कई महापुरुषों के उपदेश के आधार पर जो विरासत बनी , उसे सहेजने के लिए नीतीश कुमार ने कुछ नहीं किया। साल 2005 से पहले बिहार को बदनाम और बर्बाद करने वाली ताकत राज्य में सक्रिय हो गई है। उन्हीं का विरोध कर के नीतीश कुमार सत्ता में आए और फिर वापस उन्हीं से मेलजोल बढ़ा रहे हैं। बिहार को फिर बर्बाद करने की कगार पर लाकर खड़ा कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने राजनीतिक जायदाद को राजद के हाथों बंधक रख दिया है। वे इस प्रदेश को मिट्टी में मिलाना चाह रहे हैं। जदयू रास्ता से भटक गया है। पहले हम हिस्सा मांग रहे थे लेकिन अब मुकम्मल चाहिए। क्योंकि उन्होंने इस राज्य को जलाना शुरू कर दिया है। हम इसे सहेजना चाहते हैं , संरक्षित करना चाहते हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम उस विरासत को बचाने के लिए निकले हैं। हम बिहार को बचाने के लिए निकले हैं , जो कि बिहार की जनता के सहयोग से ही संभव है। यहां हम जनता का आशीर्वाद लेने आए हैं। जनता की ताकत बड़ी होती है , किसी व्यक्ति या पार्टी की नहीं। नीतीश कुमार ने खुद ही आरजेडी को हर चीज सौंपने की घोषणा कर दी है। इसलिए बिहार को बचाना जरूरी है। उन्होंने लव - कुश , पिछड़ा , अतिपिछड़ा , अल्पसंख्यक , दलित , महादलित , सवर्ण समेत हर वर्ग के लोगों से आह्वान किया कि वे बिहार को बचाने के लिए आगे आएं और जल रहे बिहार को जगमग बिहार बनाएं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार साल 2020 का चुनाव 15 साल बनाम 15 साल पर लड़े ताकि बिहार उस पुराने काल में न लौटे। इसी आश्वासन पर नीतीश कुमार ने वोट मांगे थे , लेकिन अब अपने ही वादे भूल गए हैं तो चर्चा लाजमी है। जिसके खिलाफ चुनाव लड़ा , अब उसी के साथ हो लिए।
कुशवाहा ने भाजपा में जाने के सवाल को टाल दिया। लेकिन कहा कि जो लोग भी बिहार को पुराने हालात में नहीं लौटने देना चाहते हैं , उन लोगों के साथ सहयोग और समर्थन बन सकता है। अधिकांश लोगों को हमारा कदम अच्छा लग रहा है। लेकिन जो लोग बिहार को पुनः गुंडाराज में देखना चाहते हैं , वे लोग हमारे निर्णय की निंदा करेंगे।
जदयू में भारी टूट होने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वहां लोग बहुत परेशान हैं। आने वाले दिनों में कई लोग हमारे साथ होंगे। मुख्यमंत्री का चेहरा होने की बात को भी टालते हुए कहा कि 2024 में लोकसभा चुनाव में हमें अपनी ऊर्जा लगानी है और जनता के मन के अनुरूप सरकार बनाना है। श्री कुशवाहा ने तल्ख तेवर अपनाते हुए कहा कि जनता के कल्याण के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं और किसी पर भी टिपण्णी कर सकते हैं। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोसर्वा है , इसलिए इसके हितों की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जिला संयोजक अरुण कुमार मंडल , पूर्व विधायकरणविजय सिंह , सुभाष सिंह चंद्रवंशी , सुभाष कुशवाहा , उर्मिला पटेल , पप्पू कुमार सिंह , नानदार रविदास , शंभू मंडल , राम प्रवेश महतों , राजेंद्र महतों , धनंजय यादव , मुकेश कुमार , रवि कुमार , अजय कुमार चंद्रवंशी आदि पार्टीजन इस अवसर पर उपस्थित थे।
उधर उपेंद्र कुशवाहा बीते देर रात्रि में दर्जनों वाहन के काफिले के साथ जमुई पहुंचे। वाहन में सैकड़ों लोग सवार होकर उनके साथ चल रहे हैं और उनके आदर्शों को जन - जन तक पहुंचा रहे हैं।
इधर राष्ट्रीय लोक समता दल के जिला संयोजक अरुण कुमार मंडल के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने मलयपुर - लक्ष्मीपुर मुख्य मार्ग पर बाबा ढावा के समीप पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और उनके साथ चल रहे लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें फूलमाला से लाद दिया। बाद में वे सभी काफिले में शामिल होकर जमुई आए। इस दरम्यान दलीय समर्थकों ने रास्ते भर गगनभेदी नारे लगाए और उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में पूर्ण आस्था प्रकट की।
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