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जमुई : जहां गरजता था बंदूक, वहां घुघरूओं ने किया सबको सराबोर; गरही में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित

जमुई (Jamui), 13 मार्च : एक समय था जब जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत गरही बाजार का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे उतर जाते थे , भय और तनाव नजर आने लगता था , पांव तले जमीन खिसकने लगती थी लेकिन आज स्थिति बिल्कुल 36 हो गयी है। नक्सलियों का मांद माना जाने वाला गरही जहां अत्याधुनिक हथियार 24 घंटे गरजने को आतुर रहता था वहां आज बिहार सरकार , युवा कला एवं संस्कृति विभाग के सौजन्य से रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।

पटना के गुरुदेव कला केंद्र के जाने - माने कलाकारों ने ढोलक की थाप , घुघरूओं की सुरीली आवाज , मधुर गीत और बेहतरीन नृत्य के जरिए भारी संख्या में उपस्थित नागरिकों का मन मोह लिया और उन्हें अमन - चैन के माहौल का एहसास कराया। बेटे - बेटियां , महिला - पुरूष , बच्चे सभी घर की चहारदीवारियों को लांघ कर गरही स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और सांस्कृतिक कार्यक्रम का जमकर लुफ्त उठाया।

जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह और विधायक प्रफुल्ल कुमार मांझी ने गुब्बारा उड़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डीटीओ मो. इरफान आलम , एसडीएम अभय कुमार तिवारी , नजारत उप समाहर्त्ता स्वतंत्र कुमार सुमन समेत कई अधिकारी उपस्थित थे। सबों ने उत्साह और उमंग के साथ कार्यक्रम का आनंद लिया।
विधायक प्रफुल्ल कुमार मांझी (MLA Prafull Kumar Manjhi) ने इस अवसर पर कलाकारों की बेहतरीन प्रस्तुति की जमकर तारीफ की और उन्हें हृदयतल से बधाई दिया। श्री मांझी ने अर्द्ध मगही भाषा में अपना विचार रखते हुए कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्र में इस तरह के आयोजन से जहां सजीवता परिलक्षित होती है वहीं आपसी सद्भाव और समन्वय को भी बढ़ावा मिलता है। सांस्कृतिक गतिविधियां क्षेत्र में क्रिया , रंग और जोश जोड़ते हैं। साथ ही सामाजिक संपर्क को भी बढ़ाते हैं जो आज के व्यस्त और तनावपूर्ण जीवन में दुर्लभ है।
बिहार सरकार , युवा कला एवं संस्कृति विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन ने अपने क्षेत्र गरही में इस तरह की गतिविधियों का आयोजन करके यहां की पावन भूमि को तेजी से विकास करने का अवसर दिया है जो प्रशंसनीय है। उन्होंने जिलाधिकारी के कार्यों की जमकर तारीफ की और उनके कुशल नेतृत्व में जिला के तेजी से तरक्की करने की बात कही।

उधर गुरुदेव कला केंद्र पटना के कलाकारों ने बारहमासा गीत , कृषि नृत्य , ननद - भौजाई गीत , जट - जटीन गीत , कजरी , झुमर आदि का यादगार प्रदर्शन किया और उपस्थित जनों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। गुरुदेव कला केंद्र की प्रधान निशा कुमारी ने सचिव रंजीत कुमार के सहयोग से कार्यक्रम को बखूबी से सजाया , संवारा और इसका सिलसिलेवार ढंग से प्रदर्शन किया।
जमुई जिला के नामदार उद्घोषक डॉ. निरंजन कुमार ने मनोरंजक अंदाज में कार्यक्रम का संचालन किया और खूब तालियां बटोरी।

उल्लेखनीय है कि गरही सांस्कृतिक कार्यक्रम 2023 का आयोजन 13 मार्च को भी पूर्वाह्न 11 : 00 बजे से किया जाना है। पटना समेत अन्य शहरों के कलाकार 13 मार्च को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर आमजनों का भरपूर मनोरंजन करेंगे।

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