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Friday, 13 January 2023

जदयू के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन, 75 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

पटना (Patna), 13 जनवरी : जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव (JDU Former President Sharad Yadav) का निधन हो गया है.उनकी बेटी ने इस खबर की पुष्टि कर दी है. 75 साल की उम्र में शरद यादव ने अंतिम सांस ली है. बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव का जाना सभी को शोक में डुबो गया है.

उनकी समाजवाद वाली राजनीति ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया था.लेकिन अब उस महान नेता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उनका निधन हुआ है.उनकी बेटी सुभाषिणी शरद यादव (Subhashini Sharad Yadav) ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने लिखा, 'पापा नहीं रहे.'

शरद यादव चार बार बिहार के मधेपुरा (Madhepura) सीट से सांसद रहे हैं. वे जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष के साथ केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं.शरद यादव की तबीयत पिछले काफी दिनों से खराब चल रही थी.बताया जा रहा है कि गुरुवार देर शाम उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई.उसके बाद उन्हें गुरुग्रम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां उनका निधन हो गया.

शरद यादव उन नेताओं में रहे हैं जो लालू प्रसाद (Lalu Prasad) और नीतीश कुमार दोनों के साथ रहे, लेकिन नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से राजनीतिक रिश्ते खराब होने के बाद शरद यादव अलग-थलग पड़ गए थे.गंभीर रूप से बीमार होने की वजह से भी उनकी राजनीतिक गतिविधियां काफी कम गई थीं।छात्र राजनीति के साथ शरद यादव पढ़ाई में भी अव्वल रहे और बीइ (सिविल) में गोल्ड मेडल जीता.

डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होकर सक्रिय युवा नेता के तौर पर कई आंदोलनों में हिस्सा लिया और मीसा के तहत 1969-70, 1972 और 1975 में हिरासत में भी लिये गये. उन्होंने मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू करने में अहम भूमिका निभायी.

शरद यादव पहली बार 1974 में मध्य प्रदेश की जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गये. यह जेपी आंदोलन का समय था और वह जेपी द्वारा चुने गये पहले उम्मीदवार थे. 1977 में भी वह इसी लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे उस वक्त वह युवा जनता दल के अध्यक्ष थे. 1986 में वह राज्यसभा से सांसद चुने गये और 1989 में यूपी की बदाऊं लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर तीसरी बार संसद पहुंचे.

शरद यादव 1989-90 में टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री रहे. 1991 से 2014 तक शरद यादव बिहार की मधेपुरा सीट से सांसद रहे.1995 में उन्हें जनता दल का कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया और 1996 में वह पांचवीं बार लोकसभा का चुनाव जीते. 1997 में उन्हें जनता दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया

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