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मंगलवार, 22 नवंबर 2022

अलीगंज : सेवानिवृत डीडीसी ने गुप्त तरीके से बेच दी विधवा भाभी व बड़े भाई के हिस्से की जमीन

अलीगंज/जमुई (Aliganj/Jamui), 22 नवंबर
✍🏻 रिपोर्ट : चंद्रशेखर सिंह
✓ संपादन : सुशांत
अलीगंज प्रखंड के अलीगंज बाजार निवासी विधवा पानो देवी, भोला प्रसाद एवं अशोक कुमार ने डीसीएलआर व निबंधन कार्यालय जमुई तथा इस्लामनगर अलीगंज अंचलाधिकारी को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।

विधवा पानो देवी ने उक्त अधिकारियो को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन में उसने बताया है कि हमारे पति तीन भाई थे। जिसमे सबसे छोटे देवर राजेन्द्र कुमार ने तीनो एक हिस्सा की जमीन, जो अलीगंज-सिकंदरा मुख्य मार्ग स्थित अलीगंज बाजार मे 24 फीट जमीन है। जिसका खाता 412 खेसरा 1932 रकवा सवा 5 डिसमील है। जिसे गुप्त तरीके छोटे देवर राजेन्द्र कुमार जो कुछ दिनो पहले डीडीसी से सेवानिवृत्त हुए हैं।

जिन्होने पिताजी स्व. जानकी महतो से धोखे मे रखकर कर केवाला करवा लिया है। जब उनकी मृत्यु हुई लगभग 15 वर्षो से भी अधिक दिन बीत गये है। किसी हिस्सेदार की इसकी भनक तक नही लगने दी है। उनके मृत्यु के बाद राजेन्द्र कुमार दोनो भाई की हिस्से की जमीन दुसरे को दिनांक 17 अक्टूबर 2022 केवाला कर दिया है। विधवा पानो देवी ने बताया कि वह अपना हिस्सा को बेच सकते है न कि भाई की हिस्सा बेच सकता है। ऐसा धोखा कर जमीन को बिक्री कर दिया गया है।जो कही से भी न्यायोचित नहीं है। 

भोला प्रसाद ने बताया कि चाचा राजेन्द्र कुमार ने हम सभी हिस्सेदार से दगाबाजी कर जमीन को केवाला कर दिया गया है। जबकि उक्त जमीन पर 40 वर्षो से मेरे पिताजी कपडा की दूकान चला रहे है। अभी भी उसमे मै कपडा दुकान चला रहा हूं। कुछ दिन पहले उक्त जमीन को गुप्त तरीके से मेरे चाचा ने दोनो भाई के हिस्सा की जमीन को भी बिक्री कर दिए है। जब हम सभी हिस्सेदार को पता चला तो उनसे पूछने उनके आवास देवघर गये तो हम लोगो को बताया कि जमीन नही बिका है और मिलने से भी इन्कार कर दिया। जबकि वह भाई मे सबसे छोटा है। उन्होंने दोनो भाई के भी हिस्सा को केवाला कर दिया है।

बता दे कि जानकी लाल महतो के तीन पुत्र थे, जिसमे बसंत महतो, प्रभु महतो तथा राजेन्द्र कुमार। सबसे छोटा राजेन्द्र कुमार को दोनो भाई व पिता मिलकर पढाया और वे अधिकारी बने। वे डीडीसी के पद से कुछ वर्ष पहले सेवानिवृत्त हुए है। जो धोखाकर भाई तथा विधवा भाभी की जमीन को बेच दिया है। उक्त हिस्सेदार विधवा पानो देवी व भोला प्रसाद ने न्याय की गुहार लगाई है।

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