◆ रिपोर्ट : बिक्की कुमार
गिद्धौर की सुप्रसिद्ध शिक्षिका मनोरमा देवी उर्फ मीना दीदी का दाह संस्कार सनातन परंपरा के अनुसार शुक्रवार, 7 अक्टूबर को गिद्धौर के उलाई नदी के किनारे मुक्तिघाट पर किया गया। मीना दीदी के भतीजे सुशांत साईं सुंदरम ने उन्हें मुखाग्नि दी।
बता दें कि बीते गुरुवार, 6 अक्टूबर को मीना दीदी का निधन हो गया। वे लगभग 85 वर्ष की थीं। वे विगत चार वर्षों से पूरी तरह से बेड रेस्ट पर थीं और चल-फिर पाने में असमर्थ थीं।
मीना दीदी का निधन उनके गिद्धौर स्थित पैतृक आवास पर 6 अक्टूबर की शाम 5 बजे हुआ। वे यहाँ कन्या मध्य विद्यालय में 40 वर्षों तक शिक्षिका रहीं और वर्ष 2000 में रिटायर कीं। उनके परिवार में कोई न होने की वजह से वे अपने छोटे भाई के परिवार के साथ रह रही थीं।
मनोरमा देवी के अंतिम यात्रा में उनके संबंधी व पारिवारिक लोग सहित स्थानीय ग्रामीण सम्मिलित हुए। इस दौरान सभी ने उनके कृतित्व व व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की।
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