■ रिपोर्ट : सुशांत साईं सुंदरम
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा गिद्धौर के प्लस टू महाराज चंद्रचूड़ विद्या मंदिर में बनाए गए परीक्षा केंद्र में शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त माहौल में संपन्न हो गया। यह परीक्षा एक ही पाली में दोपहर 12 बजे से अपराह्न 2 बजे तक आयोजित की गई।
बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को लेकर सुबह से ही परीक्षार्थी केंद्र पर पहुंचने लगे थे। पूर्वाह्न 10 बजे से केंद्र पर गहन जांच-पड़ताल के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्ष में जाने की अनुमति दी गई थी।
प्लस टू महाराज चंद्रचूड़ विद्या मंदिर के प्राचार्य व केंद्राधीक्षक मो. मंजूर आलम ने बताया कि इस परीक्षा केंद्र पर 338 अभ्यर्थियों की परीक्षा होनी थी। जिसमें 178 अभ्यर्थी उपस्थित थे। वहीं 170 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षा को शांतिपूर्ण व कदाचारमुक्त माहौल में संपन्न कराने में पुष्पम कुमारी सिन्हा, कृष्णकांत झा, दिलीप मंडल, कपिलदेव प्रसाद, अमरेश प्रसाद, उत्तम कुमार, ललिता कुमारी, पुष्पा कुमारी, सीमा कुमारी सहित अन्य का योगदान रहा।
प्लस टू महाराज चंद्रचूड़ विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद गिद्धौर प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार सक्रिय भूमिका निभाते हुए परीक्षा को नियमानुसार संपन्न कराने में योगदान देते नजर आए।
बीपीएससी 67वीं भर्ती के माध्यम से बिहार सरकार के विभिन्न विभागों में 800 से अधिक पदों को भरा जाना है। लिखित परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के अनुसार बीपीएससी 67वीं प्रारंभिक परीक्षा 2022 के प्रश्न पत्र की प्रकृति मध्यम से कठिन थी। इसकी ऑफिशियल आंसर की अक्टूबर 2022 के पहले सप्ताह में जारी किए जाने की संभावना है।
उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा , मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर सफल घोषित किया जाएगा। जो उम्मीदवार बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2022 में उत्तीर्ण होंगे , वे मुख्य परीक्षा में हिस्सा लेने के पात्र होंगे। मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद सम्बंधित अभ्यर्थियों को साक्षात्कार से गुजरना पड़ेगा तदुपरांत वे घोषित पदों के लिए नामित किए जाएंगे।