* रिपोर्ट : चंद्रशेखर सिंह
# संपादन : अपराजिता
अलीगंज प्रखंड के युवा शक्ति कार्यालय में बुधवार की दोपहर शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की 115वीं जयंती युवा नेता महेश सिंह राणा की अध्यक्षता में मनाई गई। सर्वप्रथम लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
युवा शक्ति के प्रान्तीय नेता सह अधिवक्ता शशि शेखर सिंह मुन्ना ने कहा कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह मात्र 23 वर्ष की उम्र में देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति तक दे डाली। उन्होंने देश को अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए सब कुछ न्योछावर कर दिये थे। किसान धर्मेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मात्र 23 साल की उम्र में वे देश को आजादी के लिए शहीद हो गये।
सुरेश यादव ने कहा कि वीर भगत सिंह अंग्रेजों के अधिकारियों से टक्कर लेने वाले भगत सिंह सेन्ट्रल अंसेबली में बम फेंककर अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिये थे। सामाजिक कार्यकर्ता नगीना चंद्रवंशी ने कहा कि देश के आजादी के लिए वीर भगत सिंह अंग्रेजों ने काफी प्रताड़ितकिया, लेकिन फिर भी शहीद-ए-आज़म भगत सिंह ने अपनी आजादी की मांग को जारी रखा। बैठक में कई वक्ताओं ने उनके व्यक्तितव एवं कृतित्व पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया।
मौके पर चंद्रशेखर आजाद, सुरेश प्रसाद यादव, शिक्षक अशोक कुमार, प्रो आनंद लाल पाठक, शंभुशरण यादव, अर्जून सिंह, दुर्गा यादव, राजेन्द्र यादव, महेन्द्र यादव के अलावे दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे।