◆ रिपोर्ट : डब्लू पंडित
गिद्धौर प्रखंड के बनझुलिया गांव में शुक्रवार को स्वयंसेवी संस्था परिवार विकास के द्वारा चाइल्डफंड इंटरनेशनल के सहयोग से महात्मा गांधी सार्वजनिक पुस्तकालय भवन में विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर स्तनपान के महत्व को लेकर ग्रामीण महिलाओं के साथ एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया.
मां का पहला दूध बच्चों के लिए अमृत के समान : उपेंद्र
इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य समन्वयक उपेंद्र यादव ने कहा कि मां का पहला दूध बच्चों के लिए अमृत के समान होता है और मां का दूध के अलावे कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता है
उन्होंने कहा कि स्तनपान कराने से कई फायदे हैं इससे बच्चों को संपूर्ण पोषण मिलता है, बच्चे कुपोषण से बचते हैं, शिशु मृत्यु की संभावना कम रहती है, साथ ही साथ मां को भी स्तनपान कराने से स्तन कैंसर जैसे रोगों से बचाव होता है
स्तन की साफ-सफाई का रखें ध्यान
उन्होंने बताया कि धात्री माताओं को भी अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि बच्चों को पर्याप्त दूध मिल सके इसके अलावा स्तनपान कराने का जो सही तरीका है उसे भी अपनाना चाहिए जैसे स्तनपान कराने से पूर्व स्तन की साफ-सफाई एवं बच्चों को सही तरीके से गोद में बिठाकर स्तनपान कराना आवश्यक है जिस बच्चे को मां का पर्याप्त दूध मिलता है वह बच्चा मानसिक एवं शारीरिक रूप से काफी मजबूत होता है और उसमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है.
इस अवसर पर मां दुर्गा माता समूह की अध्यक्ष अनीता देवी सचिव उर्मिला देवी, गौरी देवी, ललिता देवी, प्रमिला देवी के अलावे समूह के दर्जन भर से भी अधिक सदस्य एवं ग्रामीण मौजूद थे.
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