जमुई : गुमराह हुए गरीब मांझी परिवार को मिला रक्तवीरों का साथ, पेश की मानवता की मिसाल

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 15 जुलाई
◆ रिपोर्ट : सुशांत साईं सुन्दरम
बिहार के विभिन्न हिस्सों में लंबे समय से मानवता की सेवा में सक्रिय भूमिका निभा रहे प्रबोध जन सेवा संस्थान द्वारा संचालित मानव रक्षक रक्तदाता परिवार के रक्त वीर युवाओं ने इंसानियत की मिसाल कायम की है।
इस बारे में प्रबोध जन सेवा संस्थान के सुमन सौरभ ने बताया कि जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत कहरडीह गांव निवासी होरील मांझी की 3 वर्षीय पुत्री को लगातार खून की उल्टी हो रही थी, जो फिलहाल जमुई के एक निजी अस्पताल में गंभीर स्थिति में इलाजरत है। मरीज को पूर्व में सदर अस्पताल जमुई ले जाया गया। पर वहां मौजूद दुष्ट प्रवृत्ति के व्यक्ति ने परिजनों की गरीबी और अशिक्षा का फायदा उठाकर गुमराह कर उसे निजी अस्पताल में एडमिट करा दिया। जहां उसे ब्लड की जरूरत बताई गई। जब कि परिजन रक्तदान करना चाहते थे। लेकिन उन्हें रोक कर ब्लड उपलब्ध करवाने को लेकर पैसे का डिमांड किया गया। 

जब इसकी जानकारी हमारे जमुई के सेवाभाव रखने वाले साथी रक्तवीर हरेराम कुमार सिंह, रक्तवीर सचिराज करुणा पद्माकर, रक्तवीर टिंकू कुमार एवं रक्तवीर सचिन कुमार रॉयल को हुई, वैसे ही इन लोगों ने तत्परता दिखाते हुए अस्पताल पहुंच परिजनों की मदद हेतु हर संभव प्रयास शुरू कर दिया।
जरूरतमंद मरीज व परिवार को दुष्ट प्रवृत्ति वाले व्यक्ति से बचाते हुए रक्तदान कर रक्त से मदद करने को देवदूत बनकर आगे आये रक्तवीर टिंकू कुमार। उन्होंने रक्तदान कर मरीज की जान बचाने में इंसानियत की मिसाल पेश की।
वहीं सदर अस्पताल जमुई में कार्यरत सोनू राम ने प्रोसेसिंग चार्ज खुद से भुगतान कर सेवा का अनुपम उदाहरण पेश किया। इस सेवा भाव व सहयोग के लिए प्रबोध जन सेवा संस्थान के सदस्यों सहित सभी ने इन रक्तवीर साथियों की सराहना करते हुए साधुवाद दिया।

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