◆ चंद्रशेखर सिंह की रिपोर्ट :
अलीगंज-सिकंदरा मुख्य मार्ग स्थित आरोग्य सेवा क्लीनिक में चिकित्सक की लापरवाही के कारण एक 30 वर्षीय सुलेखा देवी नामक महिला की बच्चेदानी एवं (वयगोला) की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवादा जिला (Nawada District) के कौआकोल (Kowakol) प्रखंड क्षेत्र के वारा जोरी गांव निवासी सदानंद सिंह की पत्नी सुलेखा देवी को बच्चेदानी एवं अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराने के लिए अलीगंज बाजार में एक निजी क्लीनिक, आरोग्य सेवा क्लीनिक में बीते 1 फरवरी को ही भर्ती कराया गया था।
जहां ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत हो गई। चिकित्सक ने अपने सहयोगियों के साथ मृतक को रेफर के बहाने नवादा रेफर कर दिया। मौत के बाद गुस्साये परिजनों ने क्लीनिक पर जमकर हंगामा किया। क्लीनिक संचालक सह डाक्टर एस कुमार क्लीनिक को बंद कर फरार हो गया। परिजनों ने घंटों क्लीनिक के बाहर हंगामा किया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद चंद्रदीप पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची। यहां मामले की जानकारी लेने के लिए पुलिस ने चिकित्सक से बातचीत करना चाहा तो क्लीनिक नहीं खोला गया। पुलिस भी घंटों क्लीनिक के बाहर गेट खोले जाने का इन्तजार करते खड़ी रही।
इधर परिजनों ने बताया कि क्लीनिक संचालक अपने गुर्गों से जबरन एम्बुलेन्स पर रेफर के बहाने मृतक महिला को चढा दिया। क्लीनिक का रसीद ले लिया। समाचार लिखे जाने तक मृतक महिला का लाश क्लीनिक के बाहर पडीं रही।
थानाध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि मुझे घटना की कोई लिखित आवेदन नही मिली है। सिविल सर्जन ने बताया कि घटना की जानकारी मोबाइल से मिली है। मामले की जांच कर दोषी क्लीनिक संचालक व चिकित्सक पर कारवाई किया जाएगा।
बता दें कि पूर्व में भी एक महिला मरीज की मौत के बाद इस क्लीनिक को सिविल सर्जन के द्वारा जांच के बाद अवैध करार दिया गया है। तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. श्याम मोहन दास के द्वारा शिकायत के बाद जांच दल गठन कर क्लीनिक को अवैध करार दिया गया था।
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