【न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा】 :-
शनिवार को गिद्धौर प्रखण्ड के पतसंडा रविदास टोला स्थित शीतला मंदिर एवं यज्ञशाला में पूजा-पाठ नहीं करने देने और सामुदायिक भवन को अतिक्रमण मुक्त कराने के सम्बंध में गिद्धौर अंचलाधिकारी के नाम उक्त टोले के दर्जनों ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन प्रेषित किया है।ग्रामीणों के द्वारा दिये गए आवेदन के अनुसार, वर्ष 1951 ई. में ही रविदास टोले में शीतला मन्दिर का निर्माण पूर्वजों द्वारा चंदा एकत्रित कर करवाया गया था, तब से लेकर आज तक हर वर्ष अष्टयाम व भागवत गीता पाठ का आयोजन होता आया है। इस वर्ष के आयोजन को लेकर मन्दिर में मरम्मतीकरण का कुछ कार्य आरम्भ कराया गया, जिसके बाद रविदास टोले के निवासी रणजीत रविदास, योगेन्द्र रविदास, महेश रविदास द्वारा मन्दिर परिसर में आकर मरम्मत कार्य को बाधित कर दबंगई दबंगई दिखाते हुए मन्दिर पर खुद का हक जताया। ग्रामीणों ने बताया कि टोले में निर्मित सामुदायिक भवन एवं मन्दिर के रास्ते को भी इन दबंगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है, जिससे यह वार्षिक अनुष्ठान बाधित है। मामले से क्षुब्ध होकर ग्रामीण एकत्रित होकर अंचलाधिकारी रीता कुमारी से अपनी समस्या के समाधान करने की मांग की। प्रतिलिपी के रूप में गिद्धौर बीडीओ, व थानाध्यक्ष को प्रेषित किये गए उक्त आवेदन पर दिनेश रविदास, कृष्ण दास, रोहित दास, जगदीस रविदास समेत दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर अंकित हैं।
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वहीं, ग्रामीणों के संयुक्त आग्रह पर अंचल अधिकारी रीता कुमारी ने स्थलीय जांच कर कार्रवाई की बात कही, जिसके बाद गिद्धौर थानाध्यक्ष अमित कुमार, ए. एस. आई. नित्यानन्द सिंह, अपने दल-बल के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे और आपसी सामंजस्यता स्थापित कर सामुदायिक भवन समेत मन्दिर जाने वाले मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराया। इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों से आपसी सहयोग और शांतिपूर्ण माहौल में अनुष्ठान आयोजित करने की अपील करते हुए कोरोना प्रोटोकॉल के अनुपालन की भी बात कही। इधर, मामले के त्वरित कार्रवाई पर ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
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