गिद्धौर : एनएच किनारे लगा कूड़े का अंबार, दुर्गंध से ग्रामीण परेशान

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui) | सुशान्त साईं सुन्दरम : पुरखों से हम सभी सुनते आ रहे हैं कि स्वच्छता में ही ईश्वर का वास होता है. स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वच्छ भारत (Swachh Bharat Abhiyan) की शुरुआत करते हुए देशवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक तो जरूर किया लेकिन उनकी ये अतिमहत्वाकांक्षी योजना वास्तविकता में पूरी होती नजर नहीं आ रही है.
गिद्धौर (Gidhour) में जगह-जगह लगे गंदगी के अंबार, स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ाने के लिए काफी हैं. गिद्धौर (Giddhaur) से जमुई (Jamui) जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 333 (NH 333) के किनारे ऐतिहासिक लॉर्ड मिंटो टावर चौक (Lord Minto Tower Chowk) से कुछ ही कदमों की दूरी पर कूड़ों का अंबार लगा हुआ है. इस रास्ते गुजरने वाले लोग दुर्गंध और सड़क पर पसरे कूूड़े-कचड़े  पर होकर जाने को विवश हैं.
हालात इतने बदतर हो गए हैं कि घरों के सामने ही कूड़े के ऊंचे-ऊंचे ढेर लगे हैं. गिद्धौर बाजार पतसंडा पंचायत के अंतर्गत आता है। ऐसे में बता दें कि पतसंडा पंचायत (Patsanda Panchayat) के किसी भी वार्ड में स्वच्छ भारत अभियान धरातल पर नजर नहीं आ रहा. जगह-जगह लगे कचड़े के ढेर बीमारियों को न्यौता देते दिखाई दे रहे हैं. ये कचरे स्वच्छ भारत अभियान की जमीनी हकीकत पर बड़ा प्रश्न चिह्न लगाते नजर आ रहे हैं.
इन कचड़ों के ढेर पर जानलेवा बिमारियों को जन्म देने वाले कीटाणु खूब पनपते हैं. जिनके प्रकोप में आने से हैजा, टायफाइड, मलेरिया, जौंडिस, दस्त जैसे संक्रामक रोग के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावे दुर्गा मंदिर की ओर जाने वाली सड़क, गिद्धौर प्रखंड अतर्गत पतसंडा पंचायत के वार्ड संख्या दस, रोड नंबर दो, कन्या मध्य विद्यालय के सामने सहित अन्य जगहों पर कचरों के ढेर ने अपने पाँव पसार रखे हैं. यहाँ पड़े कूड़े के अलावा गिद्धौर रेलवे स्टेशन, टावर चौक, विभिन्न मंदिरों, टेम्पु स्टैंड व अन्य सार्वजनिक स्थानों के हालात गंदगी की वजह से चिंताजनक होते जा रहे हैं.

Promo

Header Ads