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जमुई : नक्सलियों द्वारा बमबारी व फायरिंग से पुल निर्माण बंद, जिले में दहशत

खैरा/जमुई(Khaira/Jamui) | न्यूज़ डेस्क】:- सूबेे में जहां एक ओर जहां विभिन्न जगहों पर आपराधिक कांडों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, वहीं इसी कड़ी में जमुई जिले (Jamui District) के खैरा में नक्सली वारदात कर लोगों के ख़ौफ़ को और सुलगा दिया है।

बमबारी के बाद अस्त-व्यस्त का नजारा

 खैरा थाना (Khaira Thana) क्षेत्र के नक्सल प्रभावित क्यूल नदी (Kiul-River) के कुरवाटांड हरनी घाट पर हो रहे पुल निर्माण कार्य को मंगलवार की देर रात्रि 20 से 25 की संख्या में हथियारों से लैस नक्सलियों ने अचानक प्लांट पर धावा बोल दिया। इससे पूर्व नदी पार करते ही  नक्सलियों ने 7-8 राउंड हवाई फायरिंग और प्लांट पर पहुंचते ही दो बम विस्फोट कर दिए, जिसमें एक बम पोकलेन मशीन पर एवं दूसरा बम उत्क्रमित हाई स्कूल गढ़ी बिशनपुर की खिड़की पर मारा। आवाज सुनकर प्लांट पर कार्यरत कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई । कुछ कर्मी वहां रात के अंधेरे में इधर- उधर छिप गए। कुछ कर्मी  वहां पर बैठे रह गए , जिन्हें नक्सलियों ने मारपीट कर घायल कर दिया । घायल प्लांट के हेड मिस्त्री राजकुमार पंडित, मजदूर गणेश दास कहलगांव भागलपुर एवं जमुई कल्याणपुर के प्रयाग साव जो इस प्लांट में मुंशी बताया जा रहा है। इस घटना की सूचना पाकर खैरा थानाध्यक्ष सीपी यादव दल बल के साथ वहां पहुंच कर सभी मौजूद कर्मियों से घटना के संबंध में बारी-बारी से पूछताछ किया नक्सलियों द्वारा किए गए हवाई फायरिंग का तीन  खोखा घटनास्थल से भी बरामद किया । बताया जाता है कि घटना के दो दिन पूर्व 8 -9 की संख्या में नक्सलियों ने लेवी को लेकर निर्माण कार्य को बंद करने का आदेश जारी किया था। समाचार लिखे जाने तक प्लांट का निर्माण कार्य बंद है और कर्मियों में भय का माहौल व्याप्त है।

नक्सली हमले में घायल मजदूर

लंबे अरसे के बाद खैरा में नक्सलियों की दर्ज हुई उपस्थिति

नक्सली के शीर्ष नेता मुठभेड़ में मारे जाने के बाद नक्सली अपने  जंगलों में शांत मुद्रा में बैठे रहे , मगर अब वह अपने जंगली आवास को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के विकास के लिए हो रहे पुल निर्माण को लेवी को लेकर अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है । मंगलवार की देर रात्रि ऐसा ही नक्सलियों ने कुरवाटांड हरनी घाट पुल पर लेवी को लेकर धावा बोलकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए तीन मजदूरों को मारपीट कर घायल कर दिया । बताते चलें कि , बड़ी जद्दोजहद के बाद हरनी कुरवाटांड पुल निर्माण की स्वीकृति मिल पाई थी , मगर उस पर भी विराम लग गया। इसके पूर्व नक्सलियों ने 8/12/2011 की रात में क्यूल नदी के पकरी बेला घाट से भी आठ निर्माण कर्मियों का अपहरण लेवी को लेकर कर लिया था, जिसे कई दिनों के बाद मुक्त किया गया। वहीं, दूसरी ओर नक्सलियों ने लेवी को लेकर 25/01/2013 को बादिलडीह पुल स्थित पुल निर्माण करा रहे  8 मजदूरों को अगवा कर प्लांट में आग लगा दिया था , जिसके कारण वर्षों तक बादलडीह पुल निर्माण का कार्य ठप रहा ।


घटनास्थल का नजारा दिखाते मज़दूर

जंगल मे नक्सलियों ने लिया शरण, विकास पर लगा ग्रहण

खैरा थाना के दक्षिण और पश्चिम क्षेत्र दशकों से नक्सल प्रभावित रहा है। विगत 22 वर्षों से खैरा थाना क्षेत्र के विभिन्न जंगली इलाकों में नक्सलियों ने दर्जनों घटनाओं को अंजाम दिया इसके कारण सड़क एवं पुल जैसी बड़ी योजना ठप होती रही ।  इतना ही नहीं पंचायत निधि से होने वाले विकास कार्य पर भी वर्षों तक विराम लगता रहा । जब जब नक्सलियों ने खैरा के दक्षिणी एवं पश्चिम जंगलों में शरण लिया है , तब-तब सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर विराम लगता रहा है। हाल के दिनों में कादीर गंज से खैरा सड़क निर्माण करा रहे गायत्री कंस्ट्रक्शन लिमिटेड से 32 करोड़ 52 लाख लेवी की मांग की थी।  नहीं देने पर जान मारने की धमकी भी नक्सलियों ने दिया था , जिसके तहत निर्माण कार्य के मुंशी ने खैरा थाना में लिखित आवेदन देकर बादल दा, सूरज दा ,लखन दा पर प्राथमिकी दर्ज कराया था । वहीं , मंगलवार की देर रात्रि में कुरवाटांड हरनी पुल पर नक्सलियों ने धावा बोलकर मजदूरों के साथ मारपीट कर धायल कर दिया । नक्सलियों द्वारा खैरा थाना क्षेत्र के विभिन्न योजनाओं में लेवी की मांग और कर्मियों से मारपीट अथवा जान मारने की धमकी से मानो तो विकास कार्य पर पूर्ण ग्रहण लग चुका है।

Edited by : Abhishek Kr. Jha

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