Lakshmipur News (राजीव कुमार) :- चुनाव के दौरान राजद समर्थकों का व्यवहार एकबार फिर चर्चा का विषय बन गया है। जदयू प्रत्याशी के साथ लोगों की भीड़ राजद समर्थकों के गले नही उतर रहा है। लिहाजा हार की संभावना से बौखलाए राजद समर्थकों द्वारा जदयू समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार अभी से ही शुरू कर दिया गया है। बीती रात कुछ ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है।जहां स्थानीय थाना क्षेत्र के गौरा पंचायत के अदवडिया मोड़ पर चुनाव प्रचार से लौट रहे थाना क्षेत्र के घोरपारन निवासी व जदयू समर्थकों पर उसी गांव के राजद समर्थकों ने जानलेवा हमला कर दिया। हालांकि जदयू समर्थकों ने किसी तरह जान बचाकर भागे। उक्त हमले में जदयू समर्थकों का नीजि वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
घटना को लेकर जदयू समर्थकों ने स्थानीय थाने में लिखित आवेदन देकर अपने जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
उक्त घटना में पीड़ित द्वारा घोरपारन निवासी रामदेव यादव के पुत्र तुफानी यादव, घनश्याम यादव के पुत्र बिधन यादव, सुखदेव यादव के पुत्र प्रकाश यादव व दुर्गा यादव के पुत्र आनंदी यादव सहित कुल चार लोगों को नामजद व 10-12 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया है।
पीड़ित जदयू समर्थकों ने पुलिस को दिए आवेदन मे लिखा है कि बीती रात वह अपने नीजि वाहन से चुनाव प्रचार कर लौट रहे थे।अड़वडिया मोड के पास पहले से घात लगाकर बैठे हथियार से लैस सभी आरोपियों ने पहले उसके वाहन को रोका और यह कहकर गालीगलौज करने लगा कि बहुत राजनीति करता है। गाली-गलौज करने से मना करने पर उनलोगों ने उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। वे लोग किसी तरह वहां से जान बचाकर भागने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उनके वाहन पर पथराव करना शुरू कर दिया।नतीजतन वाहन का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।इधर, आरोपी पक्ष के लोगों ने भी स्थानीय थाने में लिखित आवेदन देकर पुलिस को बताया कि घोरपारन निवासी चंद्रशेखर रावत उमाशंकर रावत; चीकू रावत, संतोष रावत, पप्पू यादव व गनोरी यादव को नामजद अभियुक्त बनाते हुए यह आरोप लगाया है कि उनलोगों ने उनके घर के सामने लालू यादव व तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। मना करने पर उनलोगों ने गालीगलौज करना शुरू कर दिया और थाना मे झूठा मुकदमा दर्ज करने की बात कही। पुलिस दोनों पक्षों की ओर से दिए गए आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की जांच कर रही है।
इधर, थानाध्यक्ष रबिन्द्र प्रसाद ने मामले को लेकर बताया कि दोनों पक्षों की ओर से आवेदन दिया गया है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।