【न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा】 :-
चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तिथि की घोषणा कर दी गयी है। कोरोना वायरस महामारी के बीच पहली बार देश में मतदान होने जा रहा है। चुनावी बिगुल बजते ही जिला प्रशासन की जिम्मेदारियां बढ़ते दिख रही है। चुनाव आयोग इस बार चुनाव के लिए कई खास इंतजाम किए हैं ताकि मतदाताओं और मतदानकर्मियों को वायरस से बचाते हुए लोकतंत्र के इस पर्व को मनाया जा सके।
इसको लेकर शुक्रवार को समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने प्रेस-वार्ता आयोजित कर मतदान का रोडमैप पेश किया। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार चुनाव तीन चरणों में आयोजित होगी। जिसमें पहला चरण 28 अक्टूबर, दूसरा चरण 3 नवम्बर व तीसरा 7 नवम्बर को मतदान होगा, जबकि मतगणना 10 नवम्बर को होगा। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि जमुई में पहले चरण में मतदान होगा। जिसके लिए 1 अक्टूबर से लेकर 8 अक्टूबर तक नामांकन, 9 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की होगी जांच जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर है। उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या घटाई गई है। एक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1000 मतदाता होंगे। नए सुरक्षा मानकों के तहत चुनाव कराए जाने की बात कही।
सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतजाम
पुलिस अधीक्षक पीके मंडल ने कहा कि चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व भय मुक्त माहौल में सम्पन्न कराना हमारी पहली प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया की चुनाव के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव में 72 कंपनी फोर्स को मंगाया गया था लेकिन इस बार इसकी संख्या ज्यादा होगी। उन्होंने जिलेवासियों से अधिक से अधिक मतदान कर अपने अधिकारों की रक्षा करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने बताया कि पोलिंग पार्टी, सुरक्षाबल व मतदाता की सुरक्षा प्रदान करने को लेकर सारी तैयारी पुरी कर ली गयी है।
मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर व गल्वस का रहेगा इंतजाम
जिले के सभी मतदान केंद्रों पर कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सैनिटाइजर व गल्वस का इंतजाम रहने की बात जिलाधिकारी द्वारा बताया गया। उन्होंने बताया कि मतदान करने आये मतदाताओं को सबसे पहले सैनिटाइजर दिया जाएगा उसके बाद गल्वस दिया जाएगा। इसके बाद ही मतदान कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर मास्क लगाकर आने की अपील की है।
- चिन्हित मतदाताओ को मिलेगी पोस्टल वॉलेट की सुविधा -
डीएम ने बताया कि इस बार पोस्टल वॉलेट से भी वोट देना सम्भव हो सकेगा। आयोग ने यह निर्देश दिया है। जिसमे 80 वर्षीय वृद्ध व विक्लांग लोगों के लिए विशेषकर यह सुविधा बहाल की गई है। डीएम ने बताया कि इसके लिए उनके द्वारा एक पत्र लिखकर सभी बीएलओ के माध्यम से घर-घर बंटवाया जाएगा। जिसमें वोट सम्बन्धित सभी निर्देश अंकित रहेंगे। इच्छुक मतदाता इस सुविधा का प्रयोग कर कोरोना काल में भी अपना मत प्रदान कर सकेंगे। डीएम ने इस बार पहले की अपेक्षा अधिक वोट पड़ने की संभावना जताते हुए बताया कि इस बार के चुनाव में प्रवासी मजदूर भी आये हैं, उनके मतदान से भी वोट में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि हर हाल में आदर्श आचार संहिता के नियमों का पालन करवाया जाएगा ।
प्रेस वार्ता में ये थे मौजूद -
मौके पर एसपी पीके मण्डल, एसडीओ प्रतिभा रानी, डीडीसी आरिफ अहसन, डीएसपी मुख्यालय लालबाबू यादव, उप निर्वाचन पदाधिकारी गुलाब लकड़ा, डीपीआरओ सलीम अंसारी, सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
- डेमोस्ट्रेशन बूथ का होगा निर्माण -
डीएम ने बताया कि केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो इसके लिए भी निर्देशित किया गया है। वहीं, कोरोना काल में चुनाव के मद्देनजर डेमोस्ट्रेशन बूथ का निर्माण किया जाएगा, जिसमें चुनाव और मतदान सम्पन्न कराने को लेकर खाका तैयार किया गया है। डीएम ने बताया कि सभी बूथों पर हेल्प डेस्क भी उपलब्ध कराया जाएगा।
- बूथ की संख्या पर डीएम ने डाला प्रकाश -
डीएम ने बताया कि बूथ की संख्या 506 से 600 तक के बीच होगी। सभी प्रखंड मुख्यालय के अधिकारियों को इस आंकड़े पर रिव्यू करने को कहा गया है। डीएम ने बताया कि इस बार बूथ की संख्या में बढोतरी हुई है। लोकसभा चुनाव सम्पन्न करने को लेकर 8400 मानव बल लगाये गए थे पर इस बार विधानसभा चुनाव में लगभग 12,200 मानव बल की डेटा एंट्री की गई है जिसमें से 8400 पुरुष व 3800 महिलाएं शामिल हैं। इधर, डीएम ने जिले में उपलब्ध संसाधनों में भी शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने को लेकर अपने महकमे को निर्देशित किया है।