Gidhaur News | कोल्हुआ (गिद्धौर) :- बिहार सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल नल जल योजना के टँकी की गुणवत्ता इन दिनों सवालों के घेरे में दिख रही है। प्रत्यक्ष प्रमाण कोल्हुआ पंचायत के वार्ड 8 में देखने को मिल रही है जहां, उक्त योजना के तहत लगे टंकी की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगा है। बताया जाता है कि 6 माह पूर्व टावर के लोहे का छत टूट जाने से पानी की टंकी क्षतिग्रस्त हुआ, जिसके कारण रोजाना हजारों लीटर जल की बर्बादी हो रही है।
ग्रामीण सिंघेश्वर ठाकुर , नारायण ठाकुर , ब्रह्मदेव साह, रामोतार ठाकुर, संजय साह, नारायण साह, पारो मांझी, दिनेश साह, ब्रह्मदेव ठाकुर , दर्जनों ग्रामीण ने बताया कि अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा मानक के अनुसार कार्य की बात अब जुमला सिद्ध हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि 6 माह पूर्व उक्त कार्य वार्ड सदस्य सह मुखिया किरण देवी की देखरेख में समिति द्वारा 13 लाख 672 रुपए की लागत से हुआ है। मानक के विपरीत और गुणवत्ताहीन कार्यों के निष्पादन से आज अखंड जल की बर्बादी हो रही है , जिसकी सूधि लेने वाला कोई नहीं।
बता दें, एक ओर जहां बिहार सरकार जल जीवन हरियाली को फ़लीभूत करने की कवायद में जुटी है, वहीं इसी सरकारी योजना में जल सरक्षण की दिशा में विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से ग्रामीण उपेक्षित हैं।
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