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जमुई : BPNPSS के प्रदेश अध्यक्ष बोले - नई सेवाशर्त के नाम पर CM ने 4 लाख शिक्षकों को छला

 


JAMUI News (जमुई) :-   नियोजित शिक्षकों की सेवाशर्त नियमावली के साथ-साथ वेतन और अन्य सुविधाओं में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद आंदोलनकारी शिक्षकों के तेवर और भी तल्ख हो गए  हैं।  इसको लेकर गिद्धौर स्थित बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के कार्यालय में राज्य स्तरीय वर्चुअल बैठक प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को सम्पन्न हुई, जिसमे प्रदेश व जिला स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए।


वहीं, बैठक के दौरान शिक्षक प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मांग-पत्र में अंकित एक भी मांग को नई सेवाशर्त में पूरा नहीं किए जाने पर आक्रोश प्रकट किया गया है । साथ ही इसे 4 लाख शिक्षकों के साथ अबतक का सबसे बड़ा धोखा करार देते हुए वोट की लड़ाई प्रारंभ करने का एलान कर दिया है। वोट की लड़ाई को सफल बनाने के लिए राज्य के सभी संकुल, प्रखंड व जिला स्तर पर वर्चुअल मीटिंग करने का निर्णय लिया गया है ।

वहीं, संघ के द्वारा लॉक डाउन का पालन करते हुए राज्य के सभी जिलों में 20-08-2020 को नई सेवाशर्त की प्रति जलाकर विरोध दर्ज करवाने का निर्णय लिया गया है। 

इधर, संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह ने बताया है कि 17 साल बाद भी सूबे के 04 लाख शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान, पुरानी सेवाशर्त, राज्यकर्मी का दर्जा, पेंशन आदि नीतीश सरकार के द्वारा नहीं दिया जा सका है । नई सेवाशर्त में 04 लाख शिक्षकों के एक भी मांग को पूरा नहीं कर एनडीए सरकार के द्वारा बड़ा धोखा दिया गया है । 

संघ के प्रदेश महासचिव रामचंद्र रॉय, प्रदेश सचिव बिपिन बिहारी भारती, पंकज कुमार, प्रशांत कुमार, सुप्रिया कुमारी, मो मुस्तफा आजाद, एजाजुल हक ने संयुक्त रूप से बताया कि एनडीए गठबंधन के खिलाफ वोट की लड़ाई को सफल बनाने के लिए आनंद कौशल के नेतृत्व में टीम ऑफ चाणक्या का गठन किया गया है ।

वर्चुअल मीटिंग में जिलाध्यक्ष रवि कुमार यादव, कुमार गौरव, विजय कुमार सिंह, मनोज रॉय, पंकज कुमार, रबिन्द्र सिंह, सूर्यकांत सिंह कांत, परसुराम सिंह, मो रफीउद्दीन, नवीन कुमार, सुबोध पासवान, मृत्युंजय सिंह, प्रकाश नारायण, प्रमोद  रॉय, नवीन झा, नवनीत कुमार, रामनवीन कुमार, मो इरफान सहित दर्जनों प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।

बताते चलें , सरकार के दमनकारी नीतियों का खामियाजा भुगतते आये बिहार के 04 लाख नियोजित शिक्षक अब आगामी बिहार विधानसभा व विधान परिषद के चुनाव में एनडीए गठबंधन के सभी प्रत्याशियों के खिलाफ वोट की लड़ाई लड़कर सत्ता से उखाड़ने का  मन बना चुके हैं।

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