मधेपुरा : न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्के की सरकारी खरीद व तत्क्षण भुगतान कराने, पीएम आशा योजना केे तहत हुए किसानों के घाटे की भरपायी की मांग को लेकर कोशी नव निर्माण मंच के अध्यक्ष संदीप यादव की अगुआई में कला भवन के समीप शुरू हुए सत्याग्रह आज तीसरे दिन दिन भी जारी रहा।
सत्याग्रह में बैठे किसानो ने कहा कि मक्के 4 किलो बीज में जो लागत लगा था 3 कुन्तल मक्का बेचने पर पूरा हो रहा है। इतना ही नही मक्के की बाजार की कीमत 1100 तो मिल रहा है उसमें 2 बोरी 60 रपये की लगानी पड़ती है। इसके साथ ही प्रत्येक कुन्तल पर घटतौली भी हो रही है इसलिए यह दर भी नही मिल रहा है मक्का किसान बर्बादी के कगार में है सरकार को जल्दी से मक्के की खरीद कराते हुए उसका अविलम्ब भुगतान कराये। अभी तक जो बिक्री हुई है उसके घाटे की भरपाई कराये।
सत्याग्रह को समर्थन कर सम्बोधित करते हुए सीपीआई के केंद्रीय कमेटी सदस्य और विपक्षी समन्वय सह संघर्ष समिति के जिला संयोजक का प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि किसानों को मक्के का लाभकारी मूल्य तो दूर उपजाने में न्यूनतम लगी लागत भी नही निकल रही है यदि इनकी सरकारी खरीद नही हुई तो किसान तबाह होंगे और अन्य राज्य की तरह यहां के किसान भी आत्महत्या पर विवश होने लगेंगे। सरकार तत्काल मक्के की सरकारी खरीद प्रखण्ड व पंचायत स्तर पर सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि यदि मांगे नही मानी तो सम्पूर्ण विपक्ष एकजुट होकर जोरदार संघर्ष छेड़ेगा। दूरभाष पर पूर्व मंत्री व सदर विधायक चन्द्रशेखर यादव ने सत्याग्रह को समर्थन करते हुए मक्के को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तत्काल खरीदने की मांग की।
वहीँ भीम आर्मी के मुन्ना पासवान, शाहबाज आलम इत्यादि ने समर्थन किया।
सत्याग्रह स्थल पर प्रखड विकास पदाधिकारी आकर सम्वाद किए और डीएम से मिलवाने की बाते की।
सत्याग्रह में संदीप यादवके इन्द्र नारायण सिंह, राजू भाई, वैद्यनाथ पासवान, दुनी दत्त, रणवीर कुमार शिशुपाल, अनिल दास, शिवनन्दन मुखिया, विजय यादव, शम्भू कुमार मंटू जी, सतीश व महेन्द्र यादव इत्यादि लोग रहे।
सत्याग्रह में बैठे किसानो ने कहा कि मक्के 4 किलो बीज में जो लागत लगा था 3 कुन्तल मक्का बेचने पर पूरा हो रहा है। इतना ही नही मक्के की बाजार की कीमत 1100 तो मिल रहा है उसमें 2 बोरी 60 रपये की लगानी पड़ती है। इसके साथ ही प्रत्येक कुन्तल पर घटतौली भी हो रही है इसलिए यह दर भी नही मिल रहा है मक्का किसान बर्बादी के कगार में है सरकार को जल्दी से मक्के की खरीद कराते हुए उसका अविलम्ब भुगतान कराये। अभी तक जो बिक्री हुई है उसके घाटे की भरपाई कराये।
सत्याग्रह को समर्थन कर सम्बोधित करते हुए सीपीआई के केंद्रीय कमेटी सदस्य और विपक्षी समन्वय सह संघर्ष समिति के जिला संयोजक का प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि किसानों को मक्के का लाभकारी मूल्य तो दूर उपजाने में न्यूनतम लगी लागत भी नही निकल रही है यदि इनकी सरकारी खरीद नही हुई तो किसान तबाह होंगे और अन्य राज्य की तरह यहां के किसान भी आत्महत्या पर विवश होने लगेंगे। सरकार तत्काल मक्के की सरकारी खरीद प्रखण्ड व पंचायत स्तर पर सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि यदि मांगे नही मानी तो सम्पूर्ण विपक्ष एकजुट होकर जोरदार संघर्ष छेड़ेगा। दूरभाष पर पूर्व मंत्री व सदर विधायक चन्द्रशेखर यादव ने सत्याग्रह को समर्थन करते हुए मक्के को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तत्काल खरीदने की मांग की।
वहीँ भीम आर्मी के मुन्ना पासवान, शाहबाज आलम इत्यादि ने समर्थन किया।
सत्याग्रह स्थल पर प्रखड विकास पदाधिकारी आकर सम्वाद किए और डीएम से मिलवाने की बाते की।
सत्याग्रह में संदीप यादवके इन्द्र नारायण सिंह, राजू भाई, वैद्यनाथ पासवान, दुनी दत्त, रणवीर कुमार शिशुपाल, अनिल दास, शिवनन्दन मुखिया, विजय यादव, शम्भू कुमार मंटू जी, सतीश व महेन्द्र यादव इत्यादि लोग रहे।