अलीगंज (चन्द्र शेखर आज़ाद) :- सूबे में विकास के बीज बोने के लिए सरकार ने कई महत्वकांक्षी योजनाओं को चला रखा है। नल जल योजना इन्ही योजनाओं में से एक है, पर इस योजना पर भी अनियमितता ने अपने पांव पसार लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
ताजा उदाहरण अलीगंज प्रखंड के कैथा पंचायत के वार्ड 11 एवं 12 में बने नल जल योजना के तहत बने पानी टंकी की है जहां से पानी के जगह कीचड़ निकल रहा है, जिससे धनार एवं तेलार के ग्रामीणों के बीच पेयजल की संकट बन गयी। इसको लेकर सोमवार की सुबह ग्रामीण आक्रोशित होकर पानी टंकी के पास जमकर प्रदर्शन किया।
- अनियमितता पर ग्रामीणों ने निकाली भड़ास -
अपनी भड़ास निकालते हुए ग्रामीण सूरज सिंह, सुरेश सिंह, सावित्रि देवी, जगन प्रसाद, रवि सिंह, रंधीर कुमार आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि मुख़्यमंत्री सात निश्चय योजना से पीएचईडी विभाग के द्वारा वार्ड 11 एवं 12 में पानी टंकी का निर्माण कर घरों तक पानी पहुंचाने के उद्देश्य से बोरिग कर पाईप से नल जल का लाभ पहुंचाने की पहल की गई थी, लेकिन मानक के अनुरूप बोरिग की गहराई नही रहने व गुणवत्ताहीन सामग्री का प्रयोग किये जाने के कारण यह योजना अधर में लटक गई है। बोरिंग के समय भी शिकायत की गई थी, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया, परिणामतः बोरिंग ने पानी उगलना बन्द कर दिया, जिससे इस भीषण गर्मी में पेयजल के लिए क्षेत्र में हाहाकार मचा है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना नल जल अधिकारियों व अनियमितता नकी भेंट चढ़ गयी है।
- मुखिया ने डीएम से की जांच की मांग -
पंचायत के मुखिया देवनंदन यादव ने बताया कि दोनों वार्ड में बोरिग की गहराई कम रहने के कारण पानी देना बंद हो गया है। अनियमितता का शिकार हुए इस योजना के कारण आज सैंकड़ों ग्रामीणों में पेयजल संकट गहरा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों के लिए जिलाधिकारी से इस योजना की जांच कराने की मांग की है। यदि सघनता और निष्पक्षपूर्वक इसकी जांच कराई गई तो इसमें अनियमितता का पर्दाफ़ाश हो सकेगा।
ताजा उदाहरण अलीगंज प्रखंड के कैथा पंचायत के वार्ड 11 एवं 12 में बने नल जल योजना के तहत बने पानी टंकी की है जहां से पानी के जगह कीचड़ निकल रहा है, जिससे धनार एवं तेलार के ग्रामीणों के बीच पेयजल की संकट बन गयी। इसको लेकर सोमवार की सुबह ग्रामीण आक्रोशित होकर पानी टंकी के पास जमकर प्रदर्शन किया।
- अनियमितता पर ग्रामीणों ने निकाली भड़ास -
अपनी भड़ास निकालते हुए ग्रामीण सूरज सिंह, सुरेश सिंह, सावित्रि देवी, जगन प्रसाद, रवि सिंह, रंधीर कुमार आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि मुख़्यमंत्री सात निश्चय योजना से पीएचईडी विभाग के द्वारा वार्ड 11 एवं 12 में पानी टंकी का निर्माण कर घरों तक पानी पहुंचाने के उद्देश्य से बोरिग कर पाईप से नल जल का लाभ पहुंचाने की पहल की गई थी, लेकिन मानक के अनुरूप बोरिग की गहराई नही रहने व गुणवत्ताहीन सामग्री का प्रयोग किये जाने के कारण यह योजना अधर में लटक गई है। बोरिंग के समय भी शिकायत की गई थी, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया, परिणामतः बोरिंग ने पानी उगलना बन्द कर दिया, जिससे इस भीषण गर्मी में पेयजल के लिए क्षेत्र में हाहाकार मचा है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना नल जल अधिकारियों व अनियमितता नकी भेंट चढ़ गयी है।
- मुखिया ने डीएम से की जांच की मांग -
पंचायत के मुखिया देवनंदन यादव ने बताया कि दोनों वार्ड में बोरिग की गहराई कम रहने के कारण पानी देना बंद हो गया है। अनियमितता का शिकार हुए इस योजना के कारण आज सैंकड़ों ग्रामीणों में पेयजल संकट गहरा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों के लिए जिलाधिकारी से इस योजना की जांच कराने की मांग की है। यदि सघनता और निष्पक्षपूर्वक इसकी जांच कराई गई तो इसमें अनियमितता का पर्दाफ़ाश हो सकेगा।