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गिद्धौर के पंचायतों ने बने क्वेरेंटिंन सेंटर पर सुविधाओं का आभाव, घर चल जातें हैं लोग



न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा】:-

कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने महानगरों से लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटाइन करने के लिए ग्राम पंचायतों को ज़िम्मेदारी सौंपी है, पर पंचायत इन जिम्मेदारियों को निभाने में बैकफुट पर दिख रही है।

कुछ ऐसा ही आलम गिद्धौर प्रखण्ड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में बने क्वेरेंटिंन सेन्टर की है, जहाँ न तो संसाधन हैं और न ही ग्राम प्रधान इतने मजबूत हैं कि वह अपने स्तर से इन प्रवासियों की मदद कर पाएं। अब इसे प्रबंधन की अनदेखी कहें, या सिस्टम की बदहाली, गिद्धौर बीडीओ द्वारा पंचायत स्तर पर चिन्हित किये गए क्वेरेंटिंन सेंटर पर मूलभूत सुविधा का अभाव है।  कोल्हुआ के स्वास्थ्य केंद्र में बने क्वेरेन्टिन सेंटर से वायरल एक विडियो वहां के बदहाल व्यवस्था की दास्तां बयान कर रहा है।
गिद्धौर प्रखण्ड क्षेत्र के कोल्हुआ स्वास्थ्य केन्द्र, सेवा, बनझुलिया आदि जगहों में बनाये गए क्वेरेंटिंन सेंटर पर कहीं खाने-पीने के लिए राशन की दिक्कतें हैं तो कही  लाइट व रजाई-गद्दों की कमी को लेकर इन क्वारंटाइन सेंटरों में रहने वाले प्रवासी  परेशानियां झेलने को विवश हैं। इसी विवशता से कई प्रवासी सेन्टर छोड़ अपने घर को कूच कर जाते हैं, इनमे से यदि एक भी संक्रमित निकले तो यह काफी घातक सिद्ध हो सकता है।