पटना : सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर शुक्रवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. यह बैठक उनके आवास पर हुई. बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार (Chief Secretary Deepak Kumar) ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर एहतियातन बड़ा फैसला लिया है. राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज, कोचिंग इंस्टीच्यूट, सभी सिनेमा हॉल, जू-पार्क 31 मार्च तक बंद रहेंगे. हालाँकि सीबीएसई की परीक्षाएं (CBSE Examnations) जारी रहेंगी. वहीं सरकारी कर्मी भी अल्टरनेट तरीके से इस दौरान दफ्तर आएंगे, ताकि सरकारी दफ्तरों में भीड़ ना हो.
बिहार दिवस का कार्यक्रम रद्द
मुख्य सचिव दीपक कुमार (Chief Secretary Dipak Kumar) ने बताया कि बिहार दिवस (Bihar Diwas) का पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम जो 22 मार्च को आयोजित होने वाला था, वो भी कोरोना को देखते हुए नहीं मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार दिवस के आयोजन को लेकर नई तारीख का ऐलान बाद में होगा. किसी भी सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा. बिहार के सभी आंगनबाड़ी केंद्र (Anganbadi) बंद रहेंगे. स्कूल बंद रहने के दौरान मिड डे मील (Mid Day Meal) की राशि बच्चों के परिजनों के खाते में डाल दिए जाएंगे. कोरोना को लेकर सोमवार को बिहार में फिर समीक्षा बैठक होगी.
इस दौरान राज्य में किसी भी तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा. आम जनता के स्वास्थ्य हितों को ध्यान में रखते हुए सभी स्वास्थ्य विभाग कर्मियों की सभी छुट्टियां रद कर दी गई हैं. पीएमसीएच (PMCH) के सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं. म्यूजियम बंद रहेंगे. जनता के लिए सरकार के तरफ से दिशा-निर्देश भी जारी किए जाएंगे.
नॉनवेज पर सरकार के तरफ से रोक नहीं
मुख्य सचिव ने कहा कि एहतियातन ये कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि नॉनवेज पर सरकार की तरफ से रोक को लेकर अभी कोई निर्देश नहीं है. अभी 31 मार्च तक के लिए ये फ़ैसला लिया गया है. सोमवार को बैठक में इसपर फिर से समीक्षा की जाएगी.
सीएम की हाई लेवल मीटिंग में लिया गया निर्णय
सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस हाई लेवल मीटिंग में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Deputy Chief Minister Sushil Kumar Modi), बिहार के स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडेय (Bihar Health Minister Mangal Pandey) सहित कई उच्चाधिकारी शामिल थे. सीएम ने बिहार में कोरोना से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की भी जानकारी ली. इसके साथ ही इसे लेकर क्या कदम उठाए जाने चाहिए, इसपर भी चर्चा की गई.
बिहार में संदिग्धों की जांच, मरीज की पुष्टि नहीं
बताते चलें कि बिहार में अब तक 60 से अधिक संदिग्धों की जांच हुई है, लेकिन किसी में भी मरीज में कोरोना के पॉजिटिव लक्षण नहीं मिले हैं. वहीं, बिहार के बॉर्डर इलाकों के साथ ही बोधगया (Bodhgaya) में विशेष नजर रखी जा रही है. यहां विदेशी पर्यटक ज्यादा आते हैं.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा कि उच्च स्तरीय बैठकों के जरिए हम लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं और अधिकारियों को निर्देशित भी किया जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय सीमा और एयरपोर्ट पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. उन्होंने कहा कि लोगों को इससे ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है, इसे लेकर एहतियात बरतने की जरूरत है.
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