जमुई (न्यूज़ डेस्क) :-
रविवार को जमुई के श्री कृष्ण सिंह स्टेडियम के मैदान में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर भाकपा नेता और जेएनयू छात्र जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने जन गण मन यात्रा को लेकर जमुई पहुंचे।
संबोधित करते हुए सभा में उन्होंने कहा कि आज देश संकट दौर से गुजर रहा है। अगर आप लोग सजग नहीं रहिएगा तो कुछ लोग संविधान चुरा लेंगें। उन्होंने कहा कि यह यात्रा 30 जनवरी को बापू के बलिदान दिवस पर यह यात्रा चंपारण से शुरू हुई है। इस यात्रा पर कहीं फूल बरसाया जाता है तो कहीं पत्थर बरसाया जाता है। धर्म इंसान के बीच शांति का संदेशा देता है। लेकिन जो लोग धर्म के नाम पर पाखंड फैलाते हैं, उस पाखंड के खिलाफ लड़ने की संस्कृति इस देश में बहुत पुरानी है। धर्म के नाम पर गलत तरीके से जनता के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इस यात्रा का नाम हमारा देश, हमारा संविधान बापूधाम से गांधी मैदान दिया। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर इस देश का बंटवारा एक बार हुआ है। फूट डालो राज करो की नीति नहीं चलेगी। सांप्रदायिक दंगे फैलाया। क्या आप बताइये दोबारा इस देश का बंटवारा होने देंगें। उन्होंने केन्द्र की सरकार को डिवाइडर इन चीफ की संज्ञा दी। जो इस देश में अंग्रेजों का चाल चलना चाहता है अगर आपलोगों का साथ मिला तो विजय माल्या के तरह यह भी देश छोड़ भागेंगें।
कन्हैया ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद पुन: वही भाषा बोली जा रही है जो सन 1947 में बोली गयी थी। अगर केन्द्र सरकार अंग्रेज बनने को तैयार है तो हम भी गांधी बनने को तैयार है। पिछले पांच साल में 03 करोड़ 16 लाख लोगों ने सरकारी नौकरी छोड़ दी। इस सरकार में सरकारी कंपनियों को बेची जा रही है। बीएसएनएल को बेचकर सरकार जीयो को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने एलआइसी को बेचने के लिए एनपीआर और एनआरसी में उलझा दिया है। सरकार बेहतरीन संस्थान बेंच रही है। सरकारी नौकरी वालों का पेंशन समाप्त किया जा रहा है। सरकार एक लाख सीआइएसएफ के जवानों को बहाल करने की तैयारी कर रही है। नेता व मंत्री के पत्नी तक को पेंशन मुहैया कराया जाता है लेकिन देश की सीमा पर तैनात रहने वाले जवान को पेंशन नहीं देती है। सरकार कहती है कि समान काम के लिए समान वेतन लेकिन एक ही स्कूल में सरकार दो प्रकार की वेतन देती है। नेताओं के बच्चों को विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि तीन साल का बीए पांच वर्ष में कराया जाता है। कन्हैया ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि वे अंग्रेजों की तरह राजनीति खेल रहे हैं। आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार 45 हजार करोड़ का आरबीआई से कर्ज लेकर देश चला रहा है। परीक्षा से पूर्व की प्रश्नपत्र वायरल हो रहा है। असम में एनआरसी में 19 लाख लोगों का नाम आया था जिसमें 15 लाख हिन्दु थे। इसमें सरकार ने 1600 करोड़ रूपया का बजट बनाया। पूरे देश में एनआरसी लागु करने पर 60 हजार करोड़ रूपया खर्च होंगें। अमित शाह के बेटे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने बेटे को बीसीसीआई का अध्यक्ष बना दिया। हमारे देश के लोगों को एनआरसी के मुद्दे पर भटका दिया है। उन्होंने कहा कि 45 वर्षों बाद देश की अर्थव्यवस्था नीचे गयी है।
मंच का संचालन जिला सचिव नवलकिशोर सिंह ने किया। इस मौके पर उनके साथ आए कांग्रेस विधायक सकील खान, सिकंदरा विधायक सुधीर कुमार, पूर्व मंत्री अर्जुन मंडल, कम्यूनिस्ट नेता रूपेश सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरेन्द्र सिंह, आशीष नारायण, मो. अफरोज आलम उर्फ डिसू, जियाउल रसूल गफ्फारी, नीला मुखिया समेत कई नेता मौजूद थे।
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