गिद्धौर (न्यूज़ डेस्क) :-
निगरानी विभाग में ससमय शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का डाटा उपलब्ध नहीं कराने को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) गिद्धौर गोपाल कृष्णन ने सख्त कदम इख्तियार करते हुए बीआरपी के रूप में कार्य कर रहे शिक्षक विकास कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
प्रखंड विकास कार्यालय गिद्धौर के ज्ञापांक 13 दिनांक 11/01/ 2020 के निर्गत पत्र में उत्क्रमित मध्य विद्यालय महुली अनुसूचित के शिक्षक विकास कुमार को जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई के पत्रांक 14 दिनांक 08/01/2020 के आलोक में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने निलंबित कर दिया।
एकत्रित जानकारी अनुसार, वर्ष 2006 में नियोजित सात शिक्षक शिक्षिकाओं के नियोजन से संबंधित जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना द्वारा उनके पत्रांक बी.एस. -08/15 दिनांक 29 जुलाई 2019 द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गिद्धौर को प्रेषित पत्र में उक्त शिक्षक/ शिक्षिकाओं की नियुक्ति के संबंध में नियुक्ति किस प्रकार होने, वेतन का भुगतान कब से कब होने, नियुक्ति करने वालों का पूरा नाम, पदनाम एवं पता सूचित करने तथा वेतन/ मानदेय का भुगतान करने वाले पदाधिकारी का पूरा नाम पद के साथ उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, जो निगरानी विभाग को उपलब्ध नहीं करायी गई। जिसके कारण सात शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान नहीं मिलने के संबंध में की गई शिकायत के क्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी के ज्ञापांक 14 दिनांक 08/01/2020 के आलोक में वर्णित आरोप जिसमें मामले की जांच से संबंधित पूर्ण अभिलेख निगरानी विभाग पटना को उपलब्ध नहीं कराने से शिक्षक/ शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान स्थगित है, जिसके आरोप में विकास कुमार को प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा निलंबित किया गया। इस निलबंन अवधि में विकास कुमार का मुख्यालय जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई रहेगा।
इधर, प्रखंड विकास पदाधिकारी ने इस आदेश की प्रतिलिपि जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी प्रेषित की है।
निगरानी विभाग में ससमय शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का डाटा उपलब्ध नहीं कराने को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) गिद्धौर गोपाल कृष्णन ने सख्त कदम इख्तियार करते हुए बीआरपी के रूप में कार्य कर रहे शिक्षक विकास कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
प्रखंड विकास कार्यालय गिद्धौर के ज्ञापांक 13 दिनांक 11/01/ 2020 के निर्गत पत्र में उत्क्रमित मध्य विद्यालय महुली अनुसूचित के शिक्षक विकास कुमार को जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई के पत्रांक 14 दिनांक 08/01/2020 के आलोक में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने निलंबित कर दिया।
एकत्रित जानकारी अनुसार, वर्ष 2006 में नियोजित सात शिक्षक शिक्षिकाओं के नियोजन से संबंधित जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना द्वारा उनके पत्रांक बी.एस. -08/15 दिनांक 29 जुलाई 2019 द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गिद्धौर को प्रेषित पत्र में उक्त शिक्षक/ शिक्षिकाओं की नियुक्ति के संबंध में नियुक्ति किस प्रकार होने, वेतन का भुगतान कब से कब होने, नियुक्ति करने वालों का पूरा नाम, पदनाम एवं पता सूचित करने तथा वेतन/ मानदेय का भुगतान करने वाले पदाधिकारी का पूरा नाम पद के साथ उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, जो निगरानी विभाग को उपलब्ध नहीं करायी गई। जिसके कारण सात शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान नहीं मिलने के संबंध में की गई शिकायत के क्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी के ज्ञापांक 14 दिनांक 08/01/2020 के आलोक में वर्णित आरोप जिसमें मामले की जांच से संबंधित पूर्ण अभिलेख निगरानी विभाग पटना को उपलब्ध नहीं कराने से शिक्षक/ शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान स्थगित है, जिसके आरोप में विकास कुमार को प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा निलंबित किया गया। इस निलबंन अवधि में विकास कुमार का मुख्यालय जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई रहेगा।
इधर, प्रखंड विकास पदाधिकारी ने इस आदेश की प्रतिलिपि जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी प्रेषित की है।
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