【न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा】 :-
जमुई जिला नागरिक मंच की एक विशाल बैठक अभय सिंह स्मृति भवन जमुई में शुक्रवार को आयोजित की गई।
इस बैठक में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह एवं चकाई के पूर्व विधायक सुमित सिंह को राजनीतिक साजिश के तहत मुंगेर कांड में फंसाए जाने के विरोध में आंदोलन करने की तैयारी को लेकर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में बताया गया कि चुनावी वर्ष 2020 आते ही सत्ता की आड़ में दुर्भावना और दुराग्रह से वंचित होकर मुंगेर सांसद ललन सिंह ने एक दुष्चक्र की रचना करके पूर्व नेता नरेंद्र सिंह एवं चकाई के पूर्व विधायक सुमित सिंह को राजनीतिक साजिश के तहत उनके छवि को धूमिल करने के लिए एसपी लिपि सिंह के द्वारा यह पूरा षड्यंत्र रचा गया है।
जमुई नागरिक मंच ने इस पूरे घृणित कारनामे की भर्त्सना करते हुए कहा है कि जमुई का इतिहास स्वतंत्रता सेनानी महान समाजसेवी जेपी सेनानी और उच्च आसनों तथा उच्च तबकों को संशोधित करने वाला रहा है। यहां के नागरिकता किसी भी साजिशकर्ता को भाव नहीं देते।
बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि नरेंद्र सिंह जमुई जिले के पहरेदार है, जो सदैव किसान, मजदूर, व्यवसाई अल्पसंख्यक, विद्यार्थी और आम नागरिकों पर आए किसी भी सितम को सहारा बन कर खड़ा रहने का काम करते हैं। बैठक में सीएम नीतीश कुमार से इस पूरे मामले की सघनता से जांच करने की मांग की है।
जमुई जिला नागरिक मंच की एक विशाल बैठक अभय सिंह स्मृति भवन जमुई में शुक्रवार को आयोजित की गई।
इस बैठक में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह एवं चकाई के पूर्व विधायक सुमित सिंह को राजनीतिक साजिश के तहत मुंगेर कांड में फंसाए जाने के विरोध में आंदोलन करने की तैयारी को लेकर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में बताया गया कि चुनावी वर्ष 2020 आते ही सत्ता की आड़ में दुर्भावना और दुराग्रह से वंचित होकर मुंगेर सांसद ललन सिंह ने एक दुष्चक्र की रचना करके पूर्व नेता नरेंद्र सिंह एवं चकाई के पूर्व विधायक सुमित सिंह को राजनीतिक साजिश के तहत उनके छवि को धूमिल करने के लिए एसपी लिपि सिंह के द्वारा यह पूरा षड्यंत्र रचा गया है।
जमुई नागरिक मंच ने इस पूरे घृणित कारनामे की भर्त्सना करते हुए कहा है कि जमुई का इतिहास स्वतंत्रता सेनानी महान समाजसेवी जेपी सेनानी और उच्च आसनों तथा उच्च तबकों को संशोधित करने वाला रहा है। यहां के नागरिकता किसी भी साजिशकर्ता को भाव नहीं देते।
बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि नरेंद्र सिंह जमुई जिले के पहरेदार है, जो सदैव किसान, मजदूर, व्यवसाई अल्पसंख्यक, विद्यार्थी और आम नागरिकों पर आए किसी भी सितम को सहारा बन कर खड़ा रहने का काम करते हैं। बैठक में सीएम नीतीश कुमार से इस पूरे मामले की सघनता से जांच करने की मांग की है।