बरहट/जमुई (न्यूज़ डेस्क) :-
जमुई के मलयपुर स्थित 215 सीआरपीएफ बटालियन परिसर में शुक्रवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया। भारत सरकार के आदेशानुसार वर्ष 2003 से प्रत्येक वर्ष 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 7 दिसंबर को शनिवार होने के कारण भारत सरकार के आदेशानुसार सशस्त्र सेना झंडा दिवस 6 दिसंबर को ही मनाया गया।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए मुकेश कुमार कमांडेंट 215 बटालियन ने वहां उपस्थित अधिकारीगण अधीनस्थ अधिकारी एवं जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के उत्तराधिकारी जैसे विधवा बच्चों तथा असहाय सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। उनके उत्तराधिकारी को सुरक्षा से आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए भी यह दिवस मनाया जाता है। श्री मुकेश कुमार कमांडेंट 215 बटालियन ने 215 बटालियन के सभी अधिकारी व जवानों से अनुरोध करते हुए कहा कि युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की आर्थिक सहायता हेतु सुरक्षा से कुछ राशि दान करें जिससे भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले के उत्तराधिकारियों को सहायता मिल सके। इस कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी अधिकारी व जवानों ने उन सभी वीर बहादुर सैनिकों जो इस देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिए थे, उन सभी की याद में 2 मिनट का मौन धारण कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर कन्हैया सिंह द्वितीय कमान अधिकारी प्रशासन, ललन कुमार द्वितीय कमान अधिकारी परिचालन, विनोद कुमार सहायक कमांडेंट एवं अधीनस्थ अधिकारी व सभी जवान उपस्थित थे।
जमुई के मलयपुर स्थित 215 सीआरपीएफ बटालियन परिसर में शुक्रवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया। भारत सरकार के आदेशानुसार वर्ष 2003 से प्रत्येक वर्ष 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 7 दिसंबर को शनिवार होने के कारण भारत सरकार के आदेशानुसार सशस्त्र सेना झंडा दिवस 6 दिसंबर को ही मनाया गया।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए मुकेश कुमार कमांडेंट 215 बटालियन ने वहां उपस्थित अधिकारीगण अधीनस्थ अधिकारी एवं जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के उत्तराधिकारी जैसे विधवा बच्चों तथा असहाय सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। उनके उत्तराधिकारी को सुरक्षा से आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए भी यह दिवस मनाया जाता है। श्री मुकेश कुमार कमांडेंट 215 बटालियन ने 215 बटालियन के सभी अधिकारी व जवानों से अनुरोध करते हुए कहा कि युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की आर्थिक सहायता हेतु सुरक्षा से कुछ राशि दान करें जिससे भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले के उत्तराधिकारियों को सहायता मिल सके। इस कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी अधिकारी व जवानों ने उन सभी वीर बहादुर सैनिकों जो इस देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिए थे, उन सभी की याद में 2 मिनट का मौन धारण कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर कन्हैया सिंह द्वितीय कमान अधिकारी प्रशासन, ललन कुमार द्वितीय कमान अधिकारी परिचालन, विनोद कुमार सहायक कमांडेंट एवं अधीनस्थ अधिकारी व सभी जवान उपस्थित थे।