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अलीगंज : रामधन सिंह की 34वीं पुण्यतिथि मनाई गई, स्वतंत्रा संग्राम में थे सक्रिय




अलीगंज(चन्द्रशेखर सिंह) :-

अलीगंज प्रखंड के धनार गांव में शिक्षक स्व. बाबू रामधन सिंह की 34वीं पुण्यतिथि रामधन मेमोरियल  फाउंडेशन के द्वारा मनायी गयी। अध्यक्षता सेवानिवृत्त शिक्षक आनंदी सिंह ने किया। सर्व प्रथम लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे नमन किया और उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। पुणयतिथि को संबोधित करते हुए  रामधन मेमोरियल फाउंडेशन के सचिव नरेन्द्र सिंह ने कहा कि सन 1957 ई की स्वतंत्रता संग्राम की बयार चल रही थी। उस समय सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की कोई व्यवस्था नही थी। अंग्रेजी हुकूमत की भय से लोग लुक छिपकर ही पठन-पाठन कर पाते थे, ज्यादातर लोग अशिक्षित थे।उस समय रामधन बाबू इलाके के युवाओं में शिक्षा की अलख जगाने का काम किये थे, और स्वतंत्रता संग्राम में भी अहम योगदान दिया, और देश के आजाद हो जाने के बाद भी वे सामाजिक सरोकार से जुड़कर गांव में सरकारी  शिक्षक बनकर इलाके के बच्चों को शिक्षा परोसने का काम किये। वे जीवनभर समाजसेवा से जुड़े रहे।

उन्होंने गरीबों रहनुमा बनकर सदैव उनके सेवा में तत्पर रहा करते थे। पूर्व सरपंच प्रो. सदयानारायण सिंह ने कहा कि रामधन बाबू इलाके के युवाओं को शिक्षा के लिए प्रेरित किया और उनके बताये रास्ते पर चलकर इलाके कई बड़े पदों को सुशोभित किया।रामलखन सिंह ने कहा कि वे जीवन पर्यन्त समाजसेवा से जुडे रहे और गरीबों को मुफ्त शिक्षा देकर शिक्षित करने का काम किये। वे देश की आजादी में भी बढ़ चढ़कर सहयोग किया। पूर्व मुखिया सुरेन्द्र पांडेय ने कहा कि वे गरीबों के रहनुमा थे। गुलामी के जंजीरों में भी गांव एवं इलाके के लोगों के बीच शिक्षा बांटकर अंग्रेजों के खिलाफ फौज तैयार कर गुलाम देश को आजाद कराने में सहयोग किया। देवनंदन सिंह ने कहा कि रामधन बाबू एक शिक्षक ही नही बल्कि इलाके के लोगों के प्रेरणा स्रोत थे। मौके पर राणा रामनरेश सिंह, उपेद्र नारायण सिंह, अर्जून सिंह, सेवा निवृत्त अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी परमानंद सिंह, रवींद्र सिंह, डॉ. राजेंद्र प्रसाद सिंह, आनंदी सिंह के अलावे बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।