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मंगलवार, 26 नवंबर 2019

पूर्व सांसद लवली आनंद ने दिवंगत गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण के पैतृक घर पहुँचकर दी श्रद्धांजलि

पटना [अनूप नारायण] :
पूर्व सांसद श्रीमती लवली आनंद और फ्रेंड्स ऑफ आनंद के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री चेतन आनंद आज देश के जाने-माने गणितज्ञ स्वर्गीय वशिष्ठ नारायण सिंह को 'श्रद्धा सुमन' अर्पित करने उनके पैतृक गांव आरा जिला के वसंतपुर पहुँची और वशिष्ठ बाबू के छोटा भाई अयोध्या सिंह,भतीजा मुकेश सिंह सहित परिजनों को सांत्वना दी और ढांढस बंधाया।
दिवंगत वशिष्ठ बाबू के तैल चित्र पर 'पुष्पांजलि' अर्पित करती हुई श्रीमती आनंद ने कहा- "वशिष्ठ बाबू जैसे दुनिया के महानतम गणितज्ञ के साथ जो कुछ हुआ , वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है । ऐसा इसी देश में संभव हो सकता है , क्योंकि आज के दौर में यहाँ प्रतिभा का कोई सम्मान ही नहीं है । वशिष्ठ बाबू अगर इंग्लैंड , अमेरिका, फ्राँस , इटली ,इजराइल जर्मनी या जापान में पैदा होते तो दुनिया उनकी प्रतिभा का लोहा मानती और वे गणित के क्षेत्र में 'नोबेल पुरस्कार' अवश्य प्राप्त करते । मैं केंद्र और राज्य सरकार से मांग करती हूं कि मरणोपरान्त उन्हें उनके सम्मान के अनुरूप राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे । मैं राज्य सरकार से भी अपील करती हूँ कि वो उनके नाम पर 'विज्ञान विश्वविद्यालय' की स्थापना करें । साथ ही पटना यूनिवर्सिटी में 'वशिष्ठ नारायण सिंह चेयर' और मेधावी छात्रों को 'वशिष्ठ नारायण सिंह स्कॉलरशिप' देने की शीघ्र घोषणा करे ।
वहीं 'फ्रेंड्स ऑफ आनंद' के कार्यकारी अध्यक्ष चेतन आनंद ने बड़े ही मार्मिक शब्दों में बताया कि-"यह देख-सुनकर अजीब अनुभूति होती है कि इस देश में वन पशुओं, गिद्धों, प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए कहीं 'टाइगर रिजर्व' तो कहीं प्रवासी पक्षियों हेतु संरक्षित क्षेत्र बनाए जाने की घोषणाएं की जाती हैं । नेताओं की सुरक्षा पर भी अरबों रुपए फूंके जाते हैं , परंतु दुर्भाग्य की मेधा और प्रतिभा की सुरक्षा और संरक्षा के लिए देश के अंदर कोई कार्य योजना नहीं है । अगर ऐसा होता तो अंतरराष्ट्रीय स्तर के गणितज्ञ और दुनिया भर में विलक्षण प्रतिभा के मालिक वशिष्ठ बाबू को ये दुर्भाग्यपूर्ण दिन देखना नहीं पड़ता । हमारे देश में प्रतिभाओं की सुरक्षा और संवर्धन की कोई नीति नहीं है । स्वतः स्फूर्त जो प्रतिभाएं निखर कर सामने आती हैं , उसे भी हम बढ़ावा देने में विफल साबित होते हैं! दिल्ली और पटना की सरकारों से हम यह पुरजोर अपील करते हैं कि विभिन्न विधाओं , यथा- खेलकूद , शिक्षा , संगीत , चित्रकला , अभिनय और विज्ञान के क्षेत्र में उभरती प्रतिभाओं को सरकारें संरक्षण और संवर्धन की स्पष्ट नीति और कार्य योजना बनाए ।
स्व. वशिष्ठ बावू के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मैं यह अपेक्षा रखता हूं कि उनके साथ जो दुर्भाग्यपूर्ण हुआ, भविष्य में वैसा किसी भी मेधावी व्यक्तित्व के साथ ना हो ।
मौके पर फ्रेंड्स ऑफ आनंद के वरीय उपाध्यक्ष श्री विजेंद्र प्रसाद सिंह , प्रांतीय प्रवक्ता पवन राठौड़ , सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कुमार सिंह, स्थानीय नेता श्री सुरेंद्र सागर , पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती अर्चना सिंह , ओमप्रकाश सिंह , पूर्व जिला पार्षद गंगाधर पांडे , भाई जगन्नाथ, संजीत कुमार , राजेश सिंह, विकास सिंह चंदेल , ओमप्रकाश, संजय सिंह सहित कई अन्य प्रमुख लोग भी मौजूद थे।

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