20 OCT 2019
सीतापुर (उत्तर प्रदेश) : हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए शनिवार को प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। दोपहर बाद सीतापुर में उनके बड़े बेटे सत्यम तिवारी ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के मद्देनजर महमूदाबाद के बाजार को ऐतिहातन बंद रखा गया और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने बलों की तैनाती कर रखी थी।
कमलेश तिवारी की शुक्रवार को उनके घर में ही गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारी परिजनों से शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कहते रहे, लेकिन परिवार मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़ा रहा।
लखनऊ मंडल के आयुक्त मुकेश मेश्राम और सीतापुर के डीएम अखिलेश तिवारी की ओर से लिखित आश्वासन के बाद परिवार शनिवार को अंतिम संस्कार करने पर राजी हुआ।परिवार को मिले लिखित आश्वासन में बताया गया है कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार (20 अक्टूबर) तक कमलेश तिवारी के परिवार से मिलेंगे।फिलहाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर योगी मुंबई में हैं, जहां से वे लौटकर कमलेश तिवारी के परिवार से मुलाकात करेंगे। कमलेश तिवारी के अंतिम संस्कार में डीएम और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के अतरिक्त मानी गई मांगों में एनआईए द्वारा हत्या की जांच, कमलेश तिवारी के बड़े बेटे सत्यम को सरकारी नौकरी, लखनऊ में आवास, 24 घंटे के अंदर परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराए जाना, लखनऊ में शुक्रवार रात परिजन व कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की जांच, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी हिंदूवादी कार्यकर्ताओं को अविलंब रिहा करना शामिल है।
इससे पहले रात करीब तीन बजे शव के महमूदाबाद आने के बाद से ही करीब 11 घंटे से भी अधिक समय तक चली तनावपूर्ण स्थिति बनी रही, जिससे निजात लखनऊ के कमिश्नर मुकेश कुमार मेश्राम और आइजी जोन एसके भगत के महमूदाबाद आने के बाद मिल सका।सुबह करीब साढ़े सात बजे एडीएम विनय कुमार पाठक भी एसडीएम बिसवां के साथ महमूदाबाद पहुंचे। उन्होंने भी परिवार को समझाया लेकिन कुछ नहीं हो पाया।
कमलेश तिवारी का शव महमूदाबाद लाए जाने पर उनकी मां ने आपत्ति जताई। वह नाका पुलिस पर खूब बरसीं और उत्पीड़न का आरोप भी लगाया गौरतलब है कि लखनऊ में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उनके घर में ही गला रेत कर हत्या कर दी गई थी।
हत्यारे भगवा कुर्ता पहने थे और मिठाई के डिब्बे में तमंचा व चाकू लेकर आए थे। हमले से चंद मिनट पहले पान मसाला लेने गया उनका बेटा जब लौटा तो कमलेश खून से लथपथ मिले। पड़ोसियों की मदद से कमलेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।