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छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही बिहार सरकार : एबीवीपी

जमुई [सुशान्त साईं सुन्दरम] :
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जमुई इकाई द्वारा के. के. एम कॉलेज में गुरुवार को एक बैठक आयोजित की गई। उक्त बैठक में जमुई जिले के आठ कॉलेजों की मान्यता बिहार सरकार द्वारा रद्द किये जाने के संदर्भ में विशेष विचार-विमर्श किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता एबीवीपी नगर मंत्री राहुल सिंह ने की।

मौके पर उपस्थित प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कुंदन यादव और एस. एफ. डी. प्रमुख राजा गुलाब सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से बिहार सरकार द्वारा जमुई जिले के 8 कॉलेजों का अस्थाई रूप से मान्यता रद्द कर दिया गया, यह कहीं से उचित नहीं है। बिहार सरकार को बताना होगा कि वे क्यों छात्रों के भविष्य में साथ खेलना चाहते हैं? अगर इस प्रकार से महाविद्यालयों की मान्यता स्थाई रूप से समाप्त करनी ही थी तो नामांकन क्यों लिया गया? अभी के समय में छात्र-छात्राओं में डर का माहौल बना हुआ है। उन्हें लगता है कि उनका भविष्य खराब होने जा रहा है। अगर किसी भी महाविद्यालय या विद्यालय में समस्या थी तो सरकार को उनमें एडमिशन ही नहीं लेना चाहिए था।
बैठक में भाग ले रहे एबीवीपी के विभाग संयोजक सह मुंगेर यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य शैलेश भारद्वाज ने कहा कि कॉलेजों की कागजी समस्या विश्वविद्यालय प्रशासन या बिहार सरकार की है। इसमें छात्रों के भविष्य को घसीटा जाना दुखद है। अगर फिलहाल कागजी प्रक्रियाओं की वजह से अस्थाई रूप से कॉलेजों की मान्यता समाप्त कर दी गई है, लेकिन अगर कॉलेज प्रबंधन आवश्यक कागजातों को उपलब्ध नहीं करवा सकता तो वहां नामांकित छात्र-छात्राओं के कैरियर का क्या होगा? हमारी मांग है कि बिहार सरकार मान्यता रद्द किए गए महाविद्यालयों में नामांकित सभी छात्र-छात्राओं का नामांकन सभी सरकारी कॉलेजों में ट्रांसफर करें या फिर उन सभी कॉलेजों की मान्यता पुनः बहाल करें। ऐसा न किये जाने की स्थिति में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सड़क से लेकर, विश्वविद्यालय एवं सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का काम करेगी। एबीवीपी किसी भी छात्र-छात्रा का भविष्य खराब होने नहीं देगी। यथासम्भव पुरजोर कोशिश कर इसका निदान निकलवाने हेतु हम सब मिलकर प्रयास करेंगे।

मौके पर उपस्थित छात्र नेता आजाद राय एवं प्रवीण गुप्ता ने कहा कि जमुई जिले में पूर्व से ही कॉलेज की संख्या काफी कम है. इस परिस्थिति में भी जमुई जिला के कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दिए जाने से ऐसा लगता है जैसे बिहार सरकार जमुई जिले के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा से दूर रखना चाहती है।

इस बैठक में एबीवीपी के कार्यकर्ता युवराज कुमार, पप्पू यादव, उज्वल कुमार, सिद्धांत सिन्हा, राहुल कुमार, गगन कुमार, अनमोल कुमार, बादल सिंह, रोशन कुमार, सनी कुमार एवं दर्जनों अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।