गिद्धौर (धनन्जय कुमार 'आमोद') :-
गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में राष्ट्रीय पोषण मेला आयोजित किया गया। राष्ट्रीय पोषण मेला का उदघाटन प्रमुख शंभू कुमार केशरी, बीडीओ गोपाल कृष्णन, सीडीपीओ कुमारी मुक्ता एवं चिकित्सा पदाधिकारी रामस्वरुप चौधरी द्वारा फीता काट कर संयुक्त रूप से किया गया।
मेले में ग्रामीणों की भागीदारी नगण्य रही। गिद्धौर प्रखण्ड परिसर में लगे इस पोषण मेला के नाम पर विभाग ने सिर्फ खानापूर्ति की। सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की सूचना प्रखंड वासियों को नही होने के कारण जानकारी के आभाव में वे इस मेले में भाग नही ले सके।
बताते चले कि बाल विकास परियोजना इकाई द्वारा कुपोषण मिटाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें आंगनवाड़ी केन्द्रों पर दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं की जानकारी मेला के माध्यम से आम लोगों को दिया जाना था परंतु विभागीय उदासीनता एवं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की लापरवाही से मेला आयोजन सिर्फ विभागीय खानापूर्ति बनकर रह गया। राष्ट्रीय पोषण मेला में बिहार सरकार के स्वास्थ्य,कृषि के अलावें विभिन्न विभाग द्वारा कुपोषण दूर करने के स्टॉल लगाकर प्रदर्शनी की जानी थी, जिसमे सिर्फ आईडीएस विभाग के सेविका,साहायिक एवं प्रखंड कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मी ही देखे।
वहीं पूर्व प्रमुख श्रवण कुमार यादव ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि पूरे प्रखंड में आंगनबाड़ी केन्द्र खुद कोपोषित है, जिसे देखने वाला कोई नही। उन्होंने कहा कि यह कुपोषण मुक्ति शिविर की जानकारी विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा जानबूझकर प्रखंड वासियों को नही दी जाती है,जिसके कारण सरकार का यह अतिमहत्वपूर्ण कार्यक्रम का लाभ प्रखंड वासी को नही मिल पाया।