[पटना | अनूप नारायण] :
दरौंदा विधानसभा उपचुनाव के संभावित जदयू प्रत्याशी बीके सिंह चर्चा के केंद्र बिंदु में है.दर्जनों सामाजिक संगठनों ने उनके समर्थन में दरौंदा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। एक शिक्षक के रूप में बिहार ही नही देशस्तर पर अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाने वाले वीके सिंह केमिस्ट्री के आईकान माने जाते हैं। इनके पढ़ाए हुए छात्र आईआईटी और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं में हजारों की तादाद में सफल हुए है.सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बीके सिंह नए परिसीमन के बाद पहली बार अस्तित्व में आए तो दरौदा विधानसभा से राजद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं तथा काफी कम मतों के अंतर से पराजित हुए थे. गत विधानसभा चुनाव के समय से ही जदयू के संपर्क में है तथा क्षेत्र के सामाजिक गतिविधियों में कुछ ज्यादा ही सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.
स्वच्छ और निर्विवाद छवि के कारण जदयू का थिंक टैंक इन के पक्ष में है। नीतीश कुमार भी इनकी योग्यता को देखते हुए इन्हें दरौदा से पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनाने के लिए हामी भर चुके हैं। बीके सिंह अब से कतरा रहे हैं किंतु पटना से दिल्ली और दरौंदा विधानसभा क्षेत्र में विगत एक माह के अंदर इनकी चर्चा में ला दिया है. वे कहते हैं कि नीतीश कुमार बिहार ही नहीं देश के सबसे निर्विवाद चेहरे है.उनकी कथनी और करनी में अंतर नहीं। बात चाहे शराबबंदी की हो या जन कल्याण की अन्य योजनाओ की नीतीश कुमार जनता के विश्वास पर पूरी तरह से खरे उतरे है.स्वच्छ छवि तथा जन उपयोगी कार्यों के कारण नीतीश उनके आदर्श है. दल के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह तथा दल के अन्य वरिष्ठ नेताओं से वे संपर्क में हैं .दल के नीति व नीतियों को लेकर क्षेत्र की जनता से पहले भी मिलते थे इन दिनों भी मिल रहे हैं लोगों से मिलना जुलना उनके दुख दर्द का भागी बनना उनके मांगलिक कार्यक्रमों में शरीक होना यह सब रूटीन वर्क है. सप्ताह में दो दिन वे विगत 5 वर्षों से दरौदा विधानसभा क्षेत्र मे बिताते है. बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं गांव गांव इन दिनों इनके सर्मथक सक्रिय हैं नीतीश कुमार के द्वारा किए जा रहे जनोपयोगी कार्यों को लेकर लोगों को समझा रहे हैं.