सावन माह में इस बार कई शुभ व बड़े संयोग बन रहे हैं...
धर्म एवं आध्यात्म :
17 जुलाई सावन माह का पहला दिन
22 जुलाई सावन की पहली सोमवारी
29 जुलाई सावन की दूसरी सोमवारी
05 अगस्त सावन की तीसरी सोमवारी
12 अगस्त सावन की चौथी सोमवारी
15 अगस्त सावन माह का अंतिम दिन
17 जुलाई सावन माह का पहला दिन
22 जुलाई सावन की पहली सोमवारी
29 जुलाई सावन की दूसरी सोमवारी
05 अगस्त सावन की तीसरी सोमवारी
12 अगस्त सावन की चौथी सोमवारी
15 अगस्त सावन माह का अंतिम दिन
सावन माह में इस बार कई शुभ संयोग, हरियाली अमावस्या पर 125 साल बाद पंच महायोग का संयोग
सावन माह में इस बार कई शुभ व बड़े संयोग बन रहे हैं। 17 जुलाई को सूर्य प्रधान उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से सावन माह की शुरुआत हो रही है। इस दिन वज्र और विष कुंभ योग भी बन रहा है। सावन में चार सोमवार पड़ेंगे। इसके अलावा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन एक ही दिन मनेगा। एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है। दावा है कि यह संयोग लगभग 125 साल के बाद आ रहा है।
पुजारी विजयानंद शास्त्री ने बताया कि बहुत दिनों के बाद सावन में कई बड़े संयोग बन रहे हैं। एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बनेगा। जो लगभग 125 साल बाद आ रहा है। इस दिन पहला सिद्धि योग, दूसरा शुभ योग, तीसरा गुरु पुष्यामृत योग, चौथा सर्वार्थ सिद्धि योग और पांचवां अमृत सिद्धि योग का संयोग है। पंच महायोग के संयोग में कुल देवी-देवता तथा मां पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही प्रकृति के हरे भरे रहने की संभावना है।
सावन की तीसरी सोमवारी के दिन नागपंचमी
इस बार नागपंचमी का शुभ पर्व भगवान शिव के विशेष दिन सोमवार (पांच अगस्त) को है। सोमवार और नागपंचमी दोनों ही दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है। इसलिए इस बार नागपंचमी का विशेष महत्व होगा। संकट मोचन दरबार के पुजारी चंद्रशेखर झा ने बताया कि नागपंचमी के दिन चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र और त्रियोग का संयोग भी बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धि योग और रवि योग यानी त्रियोग के संयोग में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा करना फलदायी होता है।
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