सोनो के डॉ. परवाज़ ने चिकित्सा को समाजसेवा में किया समर्पित, गरीबों के लिए खुले हैं द्वार

न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा  :-

सेवाभाव हमारे लिए आत्मसंतोष का वाहक ही नहीं बनता बल्कि संपर्क में आने वाले लोगों के बीच भी अच्छाई के संदेश को स्वत: उजागर करते हुए समाज को नई दिशा व दशा देने का काम करता है।
    उक्त कथन की वास्तविक तस्वीर देखनी हो तो जमुई जिले के सोनो प्रखंड स्थित परवाज़  स्पेशलिटी हॉस्पिटल सेंटर प्रा. लि. में तसरीफ लाइए, जिसके निदेशक डॉ. एमएस परवाज़ उक्त कथन के उदाहरण के रूप में उभर कर युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हैं।

सोनो जैसे संसाधनहीन क्षेत्र में चिकित्सा को समाजसेवा में समर्पित कर देने वाले डॉ. एम एस परवाज़ समाज में असमानता को खत्म करने के लिए कृतसंकल्पित हैं। अभी तक सैंकड़ों गरीब तबके लोग डॉ. परवाज़ से लाभान्वित हो चुके हैं। 

गरीबों के लिए डॉ. परवाज़ ने एक नई मुहिम शुरू की है। इसके अंतर्गत डॉ. परवाज़ के हाथों जमुई जिले के वैसे गरीब लाभान्वित होंगे जो आर्थिक रूप से सशक्त नहीं हैं। यदि उनके घर कोई अप्रिय घटना घटती है अथवा निर्धन परिवार में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उनके परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए डॉ. परवाज़ आर्थिक रूप से उनकी सहायता करेंगे। इसके लिए उनके मोबाइल नं.9430503060 पर कॉल करके संपर्क किया जा सकता है। कॉल करने के 3 घन्टे के अंदर पीड़ित तक सहयोग राशि पहुंचा दी जाएगी। डॉ. परवाज़ द्वारा दी जाने वाली सहयोग राशि अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त होगी। गरीब असहायों के हर संभव सहयोग के लिए इनके चिकित्सालय के द्वार सदैव खुले रहते हैं।


पाठकों को जानकारी से अवगत करते चलें कि कॉर्निया अंधत्व मुक्त भारत अभियान के तहत एक राष्ट्रीय संस्था द्वारा बीते दो फरवरी को जमुई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान डॉ. परवाज़ ने नेत्र दान करने की इच्छा जाहिर करते हुए इससे संबंधित तमाम दस्तावेजों पर अपनी सहमति भरकर संस्था को सौंप चुके हैं।


 इसके अलावे डॉ. परवाज़ प्रत्येक रविवार को शिविर आयोजित कर सुदूरवर्ती इलाके में रह रहे गरीब संथाली लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांचकर मुफ्त दवा भी देते हैं। सीआरपीएफ के कई कार्यक्रमों में भी योगदान दे चुके हैं। हर वर्ष ठंड में गरीब बच्चों के बीच गर्म कपड़े का वितरण इनकी प्राथमिकताओं में शामिल होता है।

भारत सरकार द्वारा एफ्लिएटेड परवाज़ स्पेशलिटी हॉस्पिटल सेंटर प्रा. लि.के निदेशक डॉ. एम एस परवाज़ उस समय भी चर्चा में रहे जब चकाई की बेटी काजल की शादी आर्थिक कारणों से नहीं हो पा रही थी। जिलेभर के युवाओं के हाथ मदद को बढ़ रहे थे। सोनो प्रखंड से डॉ. परवाज़ का योगदान बहुमूल्य माना गया था।


चिकित्सा से अपने कमाई के पैसे को समाजसेवा में लगाने वाले डॉ. परवाज़ धूमिल हो चुके डॉक्टरों की छवि एवं गैर इज्जत नजरिये में बदलाव लाने को प्रयासरत हैं। इनका मानन है कि सेवा भाव के जरिए समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने के साथ ही आम लोगों को भी उनके सामाजिक दायित्वों के प्रति जागरूक किया जा सकता है।

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