[खैरा (जमुई) | नीरज कुमार]:
जमुई जिले के धरोहर में शुमार बाबा गिद्धेश्वरनाथ का चर्चा जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
इतना ही नहीं इस चिलचिलाती धुप और लू में भी श्रद्धालुओं में कोई असर नहीं दिख रहा है, कहा जाता है न मन में आस्था और विश्वास हो तो भगवान भक्तों को कभी खाली हाथ नहीं जाने देते है।
इतना ही नहीं इस चिलचिलाती धुप और लू में भी श्रद्धालुओं में कोई असर नहीं दिख रहा है, कहा जाता है न मन में आस्था और विश्वास हो तो भगवान भक्तों को कभी खाली हाथ नहीं जाने देते है।
ऐसा ही कुछ आस्था और जुनून खैरा प्रखंड के सुप्रसिद्ध गिद्धेश्वरनाथ मंदिर में देखने को मिली। हज़ारों श्रद्धालुओं ने आज वैशाखी पूर्णिमा के उपलक्ष्य में जलाभिषेक किया एवं मन्नतें मांगी और दूध, घी, अरवाचावल, बेलपत्र, धतूरा जैसे सामग्री चढ़ाकर बाबा को प्रसन्न किया।
कहा जाता है भक्त के वश में है भगवान कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला बाबा गिधेश्वरनाथ के प्रांगण में, सुबह के 9 बजते ही जहाँ गर्मी काफी बढ़ जाती है और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस हो जाती है लेकिन भक्तों में बाबा के प्रति आस्था ऐसी की पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
वही जहाँ से हज़ारों शिवभक्त शिवगंग से जल भरकर बाबा पर चढ़ाते हैं उसकी स्थिति दिनोंदिन काफी जर्जर होती जा रही है। शिवगंग के इर्द-गिर्द काफी गन्दा कूड़ा करकट फैलता जा रहा है। जिले के तीर्थ स्थलों में शुमार बाबा गिधेश्वरनाथ पर अगर जिला प्रशासन द्वारा थोड़ा ध्यान दिया जाय तो श्रद्धालुओं की समस्या दूर हो सकती है।