[गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा]
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रंगोत्सव का आगमन होते ही इसका असर
गिद्धौर भर में दिखने लगा है| पारंपारिक तरीके से मनाये जाने वाले इस
त्योहार के रंगत से गिद्धौर बाज़ार भी अछूता नहीं है। गिद्धौर में जगह-जगह
रंगों और पिचकारियों की दुकानें
सज गई हैं। बाजार में
पिचकारी के अलावे हर्बल रंग भी दिखाई पड़ रहे हैं। रंग-बिरंगी पिचकारी, मास्क एवं रंग-गुलाल का दुकानदारों ने भंडारण कर रखा है। गिद्धौर के कुछ दुकानों में
सुखे रंग भी सजते हुए दिख रहे हैं| बच्चों को कार्टून जैसे छोटा भीम, डोरेमन के
आकार और फोटो वाली पिचकारियां लुभा रही हैं।
दुकान संचालक ने बताया इस बार बाजार में १० रुपए से १५० रुपए तक की पिचकारियां उपलब्ध हैं|
अपील :- “इस पोर्टल के
नियमित पाठकों से हमारी अपील है कि रासायनिक
रंगों से होली न खेलें। अबीर-गुलाल
से सूखी होली मनाएं। रासायनिक
रंगों के उपयोग से शरीर
में एलर्जी तो होती ही है पानी भी बर्बाद होता है।
अगर आप प्राकृतिक रंगों का उपयोग करेंगे तो होली के रंग और गहरे हो जाएंगे।“