(gidhaur.com | भीमराज) :-
जमुई जिले भर में कड़ाके की ठंड बढ़ने से आम जीवन प्रभावित हो रहा है। ठंड बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। इलाके भर में शुक्रवार को दिन में धूप खिलने से लोगों को राहत मिली लेकिन सुबह शाम में कड़ाके की ठंड बढ़ने से लोग अपने घरों में कैद होकर रहने के लिए विवश है, जबकि तापमान दिनोंदिन घटते ही जा रहा है। सुबह शाम कप कंपाती ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े पहन कर घर पर ही दुबके हुए हैं जबकि ठंड के कारण बाजारों में भी आम दिनों की अपेक्षा चहल-पहल कम देखी जा रही है। यहां तक कि सरकारी कार्यालय में भी कम संख्या में लोग देखे जा रहे हैं। ठंड का प्रभाव व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर भी इसका असर देखा जा रहा है। वहीं आजीविका चलाने में असमर्थ और बेघर एवं गरीब व्यक्तियों में के लिए ठंड का मौसम कहर बनकर टूटता है जब तापमान नीचे चला जाता है तो फुटपाथ, रेलवे प्लेटफार्म शहर एवं गांव की खुली जगह पर रात बिताना कितना मुश्किल होता होगा ,इसकी सहज कल्पना की जा सकती है।
सवाल यह उठता है कि जिला प्रशासन के द्वारा इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए कोई भी उपयुक्त कदम नहीं उठाती है सिर्फ कुछ गिने-चुने लोगों को कंबल बांट देने से यह समस्या खत्म नहीं होती है हालांकि अभी तक जिले भर में जिला प्रशासन की तरफ से अब तक गरीब लोगों के बीच ठंड को देखते हुए कंबल का वितरण या अलाव की व्यवस्था नहीं हुई है जिसके कारण आम लोगों की परेशानी जो की त्यों बनी है। अचानक ठंड बढ़ने से बुजुर्गों, बच्चे ,महिला लोगों में सर्दी खांसी आदि से ग्रसित होकर बीमार पड़ रहे हैं सभी सरकारी अस्पतालों में भी ठंड से मरीज परेशान दिख रहे हैं ,इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव ,चौक चौराहा सहित प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं रहने के कारण आम लोगों को जीना मुश्किल हो गया । हालांकि हम सभी लोगों को सरकार के भरोसे नहीं रहनी चाहिए आम लोगों एवं कुछ स्वयंसेवी संस्था के द्वारा ऐसे गरीब व्यक्तियों की मदद के लिए खुले दिल से आगे आना चाहिए ।