गिद्धौर महोत्सव के अंतिम दिन सजी महफ़िल-ए-कव्वाल, खुशनुमा हुई रात

गिद्धौर (अभिषेक कुमार झा/सुशांत सिन्हा) :

बिहार सरकार के कला संस्कृति विभाग के सौजन्य से गिद्धौर के कुमार सुरेन्द्र सिंह स्टेडियम में जमुई जिला प्रशासन द्वारा आयोजित गिद्धौर सांस्कृतिक महोत्सव के दूसरे दिन कव्वाल हिना परवीन एवं दिलबर साबरी की जुगलबंदी ने ऐसा शमा बांधा कि लोग दोनों कलाकारों के बीच कव्वाली के माध्यम से हुए नोकझोंक के बीच दर्शक सम्मोहित से हो गए.

रात ढलते-ढलते माहौल खुशनुमा होता गया और दर्शकों ने देर रात तक जमकर कव्वाली का लुत्फ़ उठाया.

जमुई डीडीसी सतीश कुमार शर्मा, एसडीओ लखिन्द्र पासवान, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व मंत्री दामोदर रावत सहित कई पदाधिकारी व गणमान्य अतिथियों के उपस्थिति में दो दिवसीय गिद्धौर सांस्कृतिक महोत्सव के दूसरे दिन मुम्बई के प्रसिद्ध सूफी कव्वाल दिलबर साबरी एवं हिना परवीन के शानदार कव्वाली मुकाबले का आयोजन किया गया था.

कार्यक्रम की शुरुआत मशहूर कव्वाल दिलबर साबरी की देश प्रेम व सामाजिक सदभाव वाले नज्म 'अच्छी है प्रेम की गंगा, बहने दो.. क्यूं करते हो देश मे दंगा, रहने दो..लाल हरे रंग में मत बाटों.. मेरे छत पर तिरंगा रहने दो..' से की गई.

कव्वाल दिलबर साबरी व हिना परवीन द्वारा एक से एक सूफी नज्मों के प्रस्तुति पर श्रोता झूमते दिखे.

समारोह के सफल आयोजन हेतु गिद्धौर बीडीओ चिरंजीव पांडेय, सीओअखिलेश कुमार सिन्हा, गिद्धौर थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार, आयोजन समिति के अन्य सदस्य एवं जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के कई अधिकारी मुस्तैद नजर आये.

मंगलवार गिद्धौर सांस्कृतिक महोत्सव का समापन दिवस भी था और ऊपर से कव्वाली का आयोजन, ऐसे में बड़ी संख्या में गिद्धौर एवं आसपास के गाँव, मौरा, अलखपुरा, बानपुर, धनियाठिका आदि गाँव से मुस्लिम समुदाय के लोग दर्शक दीर्घा में बैठे नजर आये.

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