धर्म एवं अध्यात्म(अनूप नारायण)
हिन्दू धर्मावलंबियों का सबसे पवित्र मास कार्तिक व्रत और त्योहारों से भरा महीना है I यह भगवान विष्णु का प्रिय तथा दिव्य मास है I इस माह में नियम-संयम का पालन करते हुए कार्तिक स्नान करने से समस्त पापों के मुक्ति मिल जाती है I पवित्र कार्तिक मास में देव तत्व मजबूत होते है I करवा चौथ के चार दिन पहले से इस पवित्र मास का आरम्भ हो चूका है I
कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित राकेश झा शास्त्री के अनुसार देव मास कार्तिक में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न तथा सिद्धि-बुद्धि देने वाले विध्नहर्ता गणेश की कृपा से शुभ एवं लाभ को प्राप्त करने का मास है I इस मास में इनकी पूजा करने से उनकी अपार कृपा बरसती है I कार्तिक मास में प्रातः स्नान विशेषतः गंगा स्नान और दान का पुण्यप्रद विधान है I
ज्योतिष विद्वान पं० राकेश झा शास्त्री ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा तक प्रातः स्नान करने से शरीर में अलौकिक शक्ति का प्रवेश होता है I सूर्य की पहली किरण से पहले स्नान करने से पुरानी व असाध्य बीमारी का क्षय होता है I विष्णु पुराण के अनुसार इस देव मास में 33 कोटि देवता जल में समाधिस्थ होते है I अहले सुबह स्नान से इनकी विशेष कृपा होती है I इसी मास में होने वाले पांच दिनों तक दीपोत्सव का पर्व बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाएगा I धनतेरस पर विशेष शुभ मुहूर्त का लाभ उठाकर सनातन धर्मावलंबी समृद्धि और शुभ-लाभ का आशीर्वाद पा सकेंगे I
कार्तिक मास में होते है कई आध्यात्मिक पर्व-त्योहार
पंडित झा ने बताया कि मुख्यतः करवा चौथ से कार्तिक मास की शुरुआत तथा कार्तिक पूर्णिमा पर इसका समापन होगा I इस अवधि में हिन्दुओं के पवित्र दीपोत्सव, छठ, चित्रगुप्त पूजा, गोवर्धन पूजा, भाई दूज जैसी कई महत्वपूर्ण त्योहार होते है I अँधेरे से उजाले में जाने का प्रतीक धनतेरस तथा दीपावली में जहां रौशनी की चकाचौंध के साथ माता लक्ष्मी की पूजा होगी I वही भाई-बहनों का पवित्र त्योहार भाई दूज भी इसी मास में मनाई जाएगी I बिहार एवं उत्तर प्रदेश में लोक आस्था का महापर्व छठ पुरे हर्षो-उल्लास के साथ मनाया जाएगा I हरिहर क्षेत्र का विश्व प्रसिद्ध पशु मेला तथा कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ २३ नवंबर को इस देव मास का समापन हो जाएगा I
पवित्र तुलसी का प्रकाट्य दिवस कार्तिक पूर्णिमा को
ज्योतिषी पंडित राकेश झा शास्त्री ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा को ही तुलसी का प्रकाट्य दिवस भी मनाया जाएगा I भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है और केवल तुलसी दल अर्पित करके श्रीहरि को प्रसन्न किया जाता है I जो लोग तुलसी विवाह संपन्न कराते हैं, उनको वैवाहिक सुख का आशीर्वाद मिलता है I भगवान शालिग्राम से तुलसी विवाह के महोत्सव के प्रभाव से शादी में आ रही सारी रुकावटें दूर हो जाती है I यह कार्तिक मास भी विष्णु का ही मास है I इसीलिए इस पावन दिन में गंगा स्नान, दान, जप आदि का विशेष महत्व होता है I
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