झाझा में बोलीं चकाई विधायक, लड़कियों को आत्मरक्षा का कवच प्रदान करता है ताइक्वांडो - gidhaur.com : Gidhaur - गिद्धौर - Gidhaur News - Bihar - Jamui - जमुई - Jamui Samachar - जमुई समाचार

Breaking

Post Top Ad - Contact for Advt

Post Top Ad - SR DENTAL, GIDHAUR

बुधवार, 31 अक्टूबर 2018

झाझा में बोलीं चकाई विधायक, लड़कियों को आत्मरक्षा का कवच प्रदान करता है ताइक्वांडो


झाझा (गुड्डू बरनवाल) [ Edited by: सुशांत] : रविवार को झाझा के स्पीड ताइक्वांडो एकेडेमी के प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल होने झाझा पहुंची चकाई विधायक सावित्री देवी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल हमें शारीरिक एवं चारित्रिक शक्ति प्रदान करता है और ताइक्वांडो जैसा मार्शल आर्ट हो तो क्या कहना।
उन्होंने ताइक्वांडो को लड़कियों के लिए आत्मरक्षा का कवच बतलाते हुए कहा कि ऐसे तो सभी को इस कला को सीखना चाहिए, परंतु यह कला छात्राओं के लिए विशेष कर जरूरी है क्योंकि उन्हें यह कला आत्मरक्षा का कवच प्रदान करता है।

बता दें कि चकाई विधायक झाझा के एसडीपीओ भास्कर रंजन के कार्यालय परिसर में आई हुई थीं।
मौके पर उन्होंने एसडीपीओ श्री रंजन के साथ संयुक्त रूप से कुल 20 छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र सौंपा। इस अवसर पर एकेडेमी की छात्रा ताइक्वांडो नेशनल जूनियर की चयनित खिलाड़ी रोशनी भी सम्मानित हुई। श्रीमति सावित्री एवं श्री रंजन ने कहा कि झाझा के बिल्कुल ही ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित स्कूल उमवि हरहंजा की छात्रा का ताईक्वांडो के राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होना केवल झाझा या जमुई के लिए नहीं अपितु पूरे बिहार एवं राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली गरीब बच्चियों के लिए गौरव की बात है।

यह दर्शाता है कि बच्चे ग्रामीण व गरीब पृष्ठभूमि के भी हों तब भी वगैर अंग्रेजी स्कूल में अध्ययन किए वे उंचाईयों को छु सकने का माद्दा रखते हैं। एसडीपीओ ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक लाने वाले को राज्य सरकार 50 लाख देती है वहीं ओलंपिक खेल में यह पदक प्राप्त करने वाले के लिए 2 करोड़ की राशि निर्धारित है। बस जरूरत है कि हमारे राज्य के बच्चे उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गोल्ड जीतें।

एकेडेमी के संचालक, ताईक्वांडो के जिला कोच एवं राष्ट्रीय रेफरी अमरदेव कुमार तांती ने बताया कि वर्ष 2002 में जमुई जिले की गरिमा बर्णवाल ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बिहार का प्रतिनिधित्व किया था।

उन्होंने बताया कि ताईक्वांडो ही एक ऐसा खेल है जिसे एसजीएफआई, केंद्रीय विद्यालय संगठन, डीएवी, डीपीएस, नवोदय विद्यालय, विद्या भारती, सीबीएसई तथा अन्य स्टेट बोर्ड्स ऑफ एजुकेशन के द्वारा अनिवार्य खेल की श्रेणी में रखा गया है। इस खेल में एक्सेल करने वाले बच्चों को सचिवालय, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी,आईटीबीपी के अलावे अन्य राज्य पुलिस बल में भरती के लिए कोटा आरक्षित है।सफल छात्र छात्राओं को भारत सरकार की ओर से छात्रवृति के भी प्रावधान हैं।

मौके पर विधायक प्रतिनिधि विजय यादव, नपं के वार्ड सदस्य शाहनवाज बिट्टु खान, राजीव शर्मा, मथुरा यादव, अर्शद आजाद आदि उपस्थित थे।

Post Top Ad -