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गुरुवार, 6 सितंबर 2018

जन्मदिन विशेष : काम के दम पर बॉलीवुड में राकेश रोशन ने बनाई अलग पहचान

मनोरंजन : एक्टर से डायरेक्टर बने राकेश रोशन गुरुवार यानी 6 सितंबर को अपना 69वां जन्मदिन मना रहे है। उनका जन्म 6 सितंबर 1949 को बॉम्बे में हुआ था। रोशन के पिता एक बॉलीवड निर्देशक थे। उनके एक छोटें भाई भीं हैं-राजेश रोशन-जोकि एक संगीत निर्देशक हैं। राकेश की बतौर एक्टर साल 1970 में आई पहली फिल्म 'घर-घर की कहानी' थी और बतौर डायरेक्टर साल 1987 में पहली फिल्म 'खुदगर्ज' थी जिसमें एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा और जितेंद्र लीड रोल में थे। इन्होंने काम व मेहनत के दम पर बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान कायम की।

उनके जन्मदिन के खास मौके पर हम जानेंगे उनसे जुड़ी ये 10 मुख्य बातें...

राकेश रोशन नें अपनी शुरूआती शिक्षा सैनिक स्कूल महाराष्ट्रा से पूरी की है। उनका निक नेम गुड्डू है और चिंटू (ऋषि कपूर) और जीतू (जितेंद्र) उनके बेस्ट फ्रेंड्स की लिस्ट में हैं। तीनों की दोस्ती की मिसाल भी जाती है।

राकेश रोशन की शादी पिंकी से हुई है। जोकि जे ओमप्रकाश के बेटी हैं। उनके दो बच्चे हैं-बीटा ऋतिक रोशन और बेटी सुनयना रोशन। बेटा ऋतिक रोशन हिंदी सिनेमा का जाना माना अभिनेता हैं।

साल 2000 में अंडरवर्ल्ड ने राकेश रोशन पर हमला करवाया था जिसमें वह बाल-बाल बचे थे। उनकी एक बेटी सुनैना है जिन्होंने राकेश पर एक किताब भी लिखी है।

बतौर अभिनेता राकेश रोशन का करियर फ्लॉप साबित हुआ है और साल 1980 में एक प्रोड्क्शन कंपनी खोल ली। उन्होंने फिल्म 'आप के दीवाने' प्रोड्यूस की जो बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी। लेकिन उनकी एक और प्रोड्यूस की गई फिल्म 'कामचोर' ने बड़ी सफलता हासिल की।

राकेश 'कामचोर' और 'आप के दीवाने' फिल्म के बाद प्रोड्क्शन के साथ-साथ डायरेक्शन में भी आ गए। साल 1987 में पहली फिल्म 'खुदगर्ज' को डायरेक्टर कर उन्होंने निर्देशिकी में कदम रखा था।'खुदगर्ज' के बाद उन्होंने बतौर निर्देशक 'किशन कन्हैया', 'करण-अर्जुन' जैसी फिल्में डायरेक्ट की जो बॉक्स-ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई।

यहीं से राकेश रोशन ने 'के' शब्द को अपना लकी शब्द मान लिया। क्योंकि 'खुदगर्ज', 'खून भरी मांग', 'काला बाजार', 'किशन कन्हैया', 'खेल', 'किंग अंकल', 'करण अर्जुन', 'कोयला', 'कहो ना प्यार है', 'कारोबार', 'कोई मिल गया' 'कृष', 'कृष 3' यह सभी फिल्में अंग्रेज़ी के 'के' (K) शब्द से ही शुरू होती हैं जो राकेश रोशन के लिए मील का पत्थर साबित हुई हैं।

साल 2000 में राकेश ने फिल्म इंडस्ट्री को अपने बेटे ऋतिक के रूप में बड़ा सुपरस्टार दिया। ऋतिक ने ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कहो ना प्यार है' से बॉलीवुड में धूम मचा दी थी। यह फिल्म देश ही नहीं ब्लकि विदेशों में भी हिट हुई थी।

ऋतिक अपनी पहली ही फिल्म से वर्ल्डवाइड स्टार बन गए थे। इस फिल्म ने कई सारे अवार्ड भी अपने नाम किये जिसमें राकेश को बेस्ट फिल्म और बेस्ट डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड मिला।

वहीं, राकेश की साल 2003 में आई फिल्म 'कोई मिल गया' ने एक बार फिर इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया। इस फिल्म ने नेशनल अवार्ड अपने नाम किया था।

राकेश और ऋतिक के बीच रिश्ते बहुत मधुर हैं और दोनों बाप-बेटे फिल्म को बहुत ही बारिकी से बनाते हैं। फिलहाल राकेश फिल्म 'कृष 4' के लिए काम कर रहे हैं तो वहीं ऋतिक फिल्म 'सुपर 30' में बिजी हैं।

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