पटना (अनूप नारायण) : नक्सलवाद के समूल नाश के लिए जांच एजेंसियों ने कमर कस ली है। केंद्र सरकार ने इसके लिए उन्हें खुली छूट दे दी है। इसका असर भी दिखने लगा है। इस अभियान की प्रयोग भूमि बिहार बना है। देश में पहली बार किसी नक्सली की संपत्ति को स्थायी रूप से जप्त किया गया है। उसका नाम संदीप यादव है। औरंगाबाद निवासी संदीप सीपीआई (माओवादी) बिहार -झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी का ऑपरेशन प्रभारी है। झारखंड सरकार ने उसे जिन्दा या मुर्दा पकड़ने के लिए 25 लाख का और बिहार सरकार ने 5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है।
ED ने नक्सली संदीप यादव की 86 लाख की चल -अचल संपत्ति स्थायी तौर पर जप्त कर ली है। जप्त की गई संपत्ति औरंगाबाद,गया और दिल्ली में है। देश में पहली बार किसी नक्सली की संपत्ति स्थायी रूप से ED द्वारा जप्त की गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अन्य नक्सलियों की तरह ही संदीप का मुख्य कार्य आतंक कायम कर रंगदारी वसूलना है। वसूला गया पैसा वे अपने परिवार की सुख -सुविधा पर खर्च करते हैं। सूत्रों के मुताबिक संदीप का बड़ा बेटा पटना के नामी निजी कालेज में पढता है ,जबकि दूसरा बेटा रांची के एक मशहूर कान्वेंट में पढ़ रहा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जप्त सम्पत्तियों में एक 1.4 लाख का और एक 96 हज़ार का स्पोर्ट्स बाइक, 10 . 69 लाख का SUV , 6 . 33 लाख का ट्रैक्टर शामिल है। इसके अलावा दिल्ली के द्वारिका में एक फ्लैट भी है ,जिसकी बुकिंग संदीप के दामाद गजेंद्र द्वारा 10 . 68 देकर की गई है।
उम्मीद की जा रही है कि संपत्ति जप्ती की इस कार्रवाई से नक्सलियों द्वारा बनाया जा रहा आर्थिक साम्राज्य ध्वस्त होगा।