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सोमवार, 2 जुलाई 2018

फिल्म समीक्षा : संजू, दर्शकों को बांधे रखने में सफल हुई फ़िल्म

Gidhaur.com (मनोरंजन) : संजय दत्त के सच से रू-ब-रू कराती है संजू राजकुमार हिरानी किसी फिल्म स्टार पर बॉयोपिक बनाने पर छह दशकों से लगे ब्रेक को तोड़ने में सफल रहें. बड़ी सिद्दत से इसकी शुरुआत की फिल्म प्रेमियों को इंतजार था. डर इस बात का था कि कहीं संजू डॉक्यूमेंट्री फिल्म न बन जाये, हिरानी ने इस डर को भी निर्मूल साबित कर दिया. फिल्म को उन्होंने बजाप्ता फीचर-फिल्म के रूप में पेश किया है. आम कहानियों से अलग कथा पर फिल्म बन जाने के कारण दर्शकों को बांधे रखने के लिये इसकी पटकथा को कसना जरूरी था, इस मोर्चे पर भी हिरानी सफल रहें. स्टार पर पहली बॉयोपिक होने के कारण फिल्म के कैरेक्टर और गेटअप पर भी सबको संशय बना था, हिरानी ने उस संशय को भी नेश्तनामूद कर दिया है. रणवीर कपूर को जैसा गेटअप उन्होंने दिया है, उससे असली संजय दत्त और रणवीर कपूर के बीच फर्क करना मुश्किल है. नर्गिस के रूप में मनीषा कोईराला भी ऐसा ही भ्रम पैदा कर देती हैं. हां, सुनील दत्त के गेटअप में परेश रावल फिट नहीं उतरे, परंतु उनका अभिनय लाजवाब रहा है.

संजू में संजय दत्त ने एके-47 रखने की बात स्वीकार की है, परंतु अन्य मामलों में वे साफ मुकर गये. उन्होंने उन्हें टेररिस्ट घोषित किये जाने का सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया है. संजय ने खुद के ड्रगी होने की वजह डिप्रेशन बतायी है. उन्होंने कहा है कि उनकी मां नर्गिस के कैंसर से पीड़ित होने, अंडरवल्ड की धमकियां मिलने और पिता सुनील दत्त की चिंता ने उन्हें ड्रग्स का आदी बना दिया. अंडरवल्ड ने कैसे गुलशन कुमार को मार डाला, इसका भी उन्होंने फिल्म में हल्का सा खुलासा किया है. सुनील दत्त फैमिली को सेक्यूलरिज्म के लिये किन-किन झंझावातों से गुजरना पडा, इसका भी संजू खुलासा करती है. कैसे साहिर लुधियानवी ने उनकी और नर्गिस की शादी करवायी, इसका भी खुलासा किया गया है. लगा था कि संजू विशुद्ध रूप से इंटरटेनमेंट फिल्म बन जायेगी. परंतु यह आशंका भी निर्मूल साबित हुई. फिल्म संजय दत्त के जीवन, अंडरवल्ड और फिल्म से जुड़े हर पहलुओं पर ईमानदारी से फोकस करती है, हां उनके वैवाहिक जीवन का पक्ष अछूता रह गया है. महिला संगठनों के विरोध के कारण फिल्म में संजय दत्त द्वारा उन को ले कर की गयी टिप्पणियों को भी काफी हद तक कट किया गया है. फिल्म में हाजी मस्तान से ले कर दाउद तक की इंडस्ट्री में पैठ और भूमिकाओं का खुलासा किया गया है.

फिल्म को संजय दत्त की बॉयोपिक के रूप में पसंद की जायेगी. फिल्म में कई पुरानी फिल्मों के गीत भी लिये गये हैं, किंतु इसे महज इंटरटेनमेंट के नाम पर इस्तेमाल नहीं किया गया है, बल्कि उनकी ताकत और असर से भी दर्शक-श्रोताओं को रू-ब-रू कराया गया है. हिरानी ने संजय दत्त को ले कर मुन्ना भाई एमबीबीएस और लगे रहो मुन्ना भाई जैसी कालजयी फिल्में बनायी थी, संजू भी उसकी अगली कड़ी है. 

निर्माताः विनोद चोपड़ा
निर्देशकः राजकुमार हिरानी
संगीतः एआर रहमान, रोहन-रोहन और विक्रम मंट्रोस
गीतः लुनीत शर्मा और शेखर अस्तिवा
सितारेः रणवीर कपूर, सोनम कपूर, दिया मिर्जा, परेश रावल, मनीषा कोइराला, अनुष्का शर्मा, तब्बू, करिशमा ताना, जिम सर्व, विकी कौशल, वोमन इरानी और राजीव नेमा

अनूप नारायण
02/07/2018, सोमवार

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