मनोरंजन (अनूप नारायण) : भोजपुरी की धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित के नाम से जानी जाने वाली एक्ट्रेस निशा सिंह अब नज़र आएगी भोजपुरी के सब से बड़े सुपर स्टार एक्टर दिनेश लाल यादव निरहुआ के फिल्म जय वीरू में. फ़िल्म के डायरेक्टर सुबा राव गोस्वामी है और फिल्म के निर्माता निसार जमाल है. इस फिल्म की शूटिंग हैदराबाद, पुणे और मुंबई के लोकेशन पर हो रही है.
जिद जुनून और संघर्ष का नाम है निशा सिंह
कहते है कि इंसान अगर अपनी जिद पर उतर जाए तो तमाम कठिनाइयों के बावजूद अपनी मंजिल को पा ही लेता है. बात अगर हम भोजपुरिया रुपहले पर्दे की करें तो यहा सब कुछ इतना आसान नहीं. अगर आपके अंदर ईल्म की दौलत नहीं तो आप इस फिल्म इंडस्ट्री में पैर भी नहीं रख सकते. बदलते दौर में जब अच्छे घरों की लड़कियां फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाने आ रही हैं, वैसे दौर में बिहार और झारखंड में बतौर अभिनेत्री सुपरहिट एल्बमों के माध्यम से घर-घर में दस्तक दे चुकी निशा सिंह एक जाना पहचाना चेहरा है. भोजपुरी की किसी भी बड़ी अभिनेत्री से ज्यादा भोजपुरिया बेल्ट में निशा लोगों की चहेती है.
भोजपुरी एल्बम में बतौर अभिनेत्री 100 से ज्यादा सुपरहिट एल्बम दे चुकी निशा सिंह आज किसी परिचय-पहचान की मोहताज नहीं फिल्म माटी से चर्चा में आई निशा बतौर गायिका भी बिहार, झारखंड, यूपी में वाहवाही बटोर रही हैं. बेपनाह हुस्न की मल्लिका निशा को भोजपुरी सिनेमा का माधुरी दीक्षित उपनाम दिया गया है.
निशा कहती हैं कि मै 10 साल से काम कर रही हूँ. 2,000 से अधिक भोजपुरी एल्बम, 34 भोजपुरी फिल्मो में काम कर चुकी निशा के एक दर्जन से ज्यादा सॉन्ग सुपर हिट है। बाजा बाजी की ना बाजी, मारले बिया माई हो, किन दा ना लालकी चुनरिया, चूमा मांगे मास्टरवा आदि काफी चर्चित है. निशा कहती है कि बतौर अभिनेत्री
मै पवन सिंह, खेसारी लाल यादव, गुंजन सिंह, कल्लू, राकेश मिश्रा, रितेश पांडेय सहित लगभग सभी सिंगर के साथ में काम किया है. अब फिल्मो में भी काम कर रही हूं.
वह बताती है कि अभी मै भोजपुरी फिल्म माटी कर रही हूं और सास ननद भौजाई, वीर, भोजपुरिया सुलतान, आखिरी दम तक, ए राजा लाइन पर आ जा, दहेज,
लखैरा नंबर १ फिल्मों में काम कर चुकी हैं.
लखैरा नंबर १ फिल्मों में काम कर चुकी हैं.
ऑनस्क्रीन सभी बड़े भोजपुरिया नायकों के साथ वह पूरी सहजता के साथ नजर आती हैं. निशा कहती है कि मैं अश्लीलता के खिलाफ हूं. मैं मानती हूं कि भोजपुरी में इन दिनों अश्लीलता बढ़ी हुई है. लेकिन बतौर कलाकार उन्हें यह मंजूर नहीं. वे चाहती हैं कि भोजपुरी में साफ-सुथरी और परिवारिक फिल्में बने. लोग परिवार के साथ सिनेमाघरों में आकर फिल्मों को देखे. वे कहती हैं कि भोजपुरी ने उन्हें पहचान दिया है. वह अपने भाषा और माटी का कर्ज उतारना चाहती हैं.
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