[Gidhaur.com| न्यूज डेस्क] :- आप यदि अपने घर से बाजार पनीर लाने जा रहे हैं तो, सावधान हो जाइए। चौकिए मत, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आजकल गिद्धौर बाजार में मिलने वाला पनीर पूर्णतः मिलावटी हो चूका है। इन पनीर का सेवन करने से, क्ई लाइलाज बीमारियां लोगों के शरीर में पनप रही हैं।
साफ तौर पर यदि कहें तो, थोड़े से मुनाफे के चक्कर में पनीर विक्रेता व मिलावट खोर, गिद्धौर वासियों की सेहत से सरेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। गिद्धौर बाजार में मिलने वाले मिलावटी पनीर लोगों की सेहत के लिए घातक तो है ही साथ ही साथ और लोगों के शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता भी कमजोर होती जा रही है।
साफ तौर पर यदि कहें तो, थोड़े से मुनाफे के चक्कर में पनीर विक्रेता व मिलावट खोर, गिद्धौर वासियों की सेहत से सरेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। गिद्धौर बाजार में मिलने वाले मिलावटी पनीर लोगों की सेहत के लिए घातक तो है ही साथ ही साथ और लोगों के शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता भी कमजोर होती जा रही है।
[मिलावट करने पर दंड का है प्रावधान]
इस संदर्भ में पूछने पर जमुई सिविल कोर्ट अधिवक्ता अमित कुमार ने बताया कि मिलावट का धंधा करना जुर्म है। इसमें पकड़े जाने पर दंड के रूप में 6 महीने से लेकर 5 साल तक की जेल हो सकती है। साथ ही साथ जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
हमारा सुझाव सिर्फ गिद्धौर बाजार तक नहीं बल्कि अन्य बड़े विकसित जगहों पर होने वाले मिलावटों से भी है, जिससे बने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। यहां तक की मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से उल्टी, दस्त, पेट दर्द, कमजोरी आदि समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
गिद्धौर बाजार में मिलावटी पनीर का धंधा बंद हो गया था, पर गिद्धौर के आठ पंचायत के लोगों की जरूरत तथा मार्केट की मांग ने फिर से मिलावट के इस धंधे को पुनर्जीवित कर दिया है। गिद्धौर बाजार में पनीर के अलावे अन्य मिलावटी खाद्य पदार्थ भी धड़ल्ले से बिक रहे हैं पर अभी तक संबंधित विभाग इन मिलावटखोरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में उदासीनता दिखा रहा है। यदि विभागीय स्तर पर धडपकड की जाए तो, गिद्धौर बाजार में चल रहे मिलावट के धंधे से लोगों को निजात मिल सकेगी।
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