
[News Desk | Abhishek Kumar Jha]
बारिश के अभाव में
थप पड़े कृषि कार्य इधर कुछ दिनों से हरकत में आया है. पिछले दो दिनों से हो रहे
हलकी हलकी बारिश के बाद गिद्धौर के किसान ट्रेक्टर,कुदाल आदि रोपण सामग्री खेत-खलिहानों
में ले जाते देखे गए. वहीं गिद्धौर के कुछ पंचायतों में किसान खेतों की जुताई में
व्यस्त नज़र आये. बारिश होने से डीजल और मोटर पम्प चलाने में भी सहूलियत हो रही है.
हालांकि कुछ दिन
पहले गिद्धौर जैसे इलाके के जलस्तर में कमी देखी गयी थी, पर बारिश ने घटते जलस्तर
को सामान्य कर दिया.
बारिश के बाद जमुई
जिले के विभिन्न प्रखंडों में खेती करने वाले किसानों की यदि माने तो, बारिश की आस
ताक रहे उनके धान के बिछड़े को जीवन दान मिला है, वहीँ गिद्धौर के कुछ इलाकों में
धान की रोपाई शुरू कर दी गयी है.

सुखाड की आशंका से
सहमे हुए किसानों ने जब बारिश के बाद राहत की सांस ली,उनके मन में उम्मीद जगी की
यदि इन्द्रदेव का आशीर्वाद रहा तो इस बार धान की उपज संतुष्टिजनक होगी.
बता दे कि, आंकड़े
बरकरार रखने के लिए अभी और बारिश की आवश्यकता है|
लंबे इंतजार के बाद इलाके में अच्छी बारिश हुई है. इस बारिश से जहां सूखे खेतों में हरियाली आने के आसार बढ़ गये है, वहीं फसलों को संजीवनी मिली है.