[gidhaur.com | न्यूज डेस्क] :- 'मधुमेह' या 'डायबटिस' यह रोग मौजूदा समय में प्रमुख स्वास्थ्य चुनौती बन रही है और हमारे देश में, खास तौर पर शहरों में इसका प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, पर अब इस बिमारी ने गिद्धौर को भी अपने गिरफ्त में ले लिया है। जी हां, अनुमानित तौर पर गिद्धौर के हर तीसरे घर में रहने वाला एक न एक व्यक्ति डायबटिस से ग्रसित है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले 15 वर्षों में मधुमेह रोगियों की संख्या पूरे देश में तीन गुणा बढ़ने का अनुमान है। कई प्रतिष्ठित मेडिकल काॅलेज ने यह पुष्टि किया है कि हमारे देश में युवा, वयस्कों और बच्चों में भी मधुमेह खतरनाक ढंग से वृद्धि हुई है।
कैसे होता है मधुमेह
दरअसल, हमारे जीवन शैली का इस बढ़ते प्रकोप से गहरा संबंध है। इसके अतिरिक्त
- भागमभाग वाली व्यस्त जिंदगी
- तनावपूर्ण कार्यशैली
- शीतल पेय का सेवन
- धूम्रपान
- व्यायाम कम करने की आदत
- जंक फूड का अधिक सेवन
- मोटापा
सूरज के पहली किरण निकलने से पहले, गिद्धौर के सड़कों पर सैर करने वाले महिलाओं और पुरूषों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि गिद्धौर ऐसे जगहों पर भी मधुमेह ने अपना गहरा पांव जमा रखा है। ताज्जूब होगा, पर सत्य है कि, सूर्योदय से पूर्व अहले सुबह गिद्धौर हाई स्कूल, राज फिल्ड, गिद्धौर स्टेशन रोड आदि हरे भरे जगहों पर सैर को जाने वाले महिला-पुरूष में 70 % मधुमेह सै ग्रसित हैं।
बढ़ते मधुमेह रोगियों के लिए gidhaur.com की ओर से सलाह
- शरीर को अंदर से खोखला कर देने वाले इस बीमारी से बचाव के लिए पीड़ित व्यक्ति को स्वास्थवर्धक पोषक आहार का सेवन करना चाहिए।
- आहार में चर्बी या वसा जैसे घी, तेल, मक्खन आदि एवं शक्कर की मात्रा कम करें।
- इसके अलावा 45 मिनट प्रतिदिन का नियमित व्यायाम करें
- शारीरिक कार्य, सैर अधिक करें
- वसायुक्त भोजन से परहेज करें
गिद्धौर समेत पूरे प्रदेश में अपना पदचिन्ह छोड़ने वाला 'मधुमेह' नामक बिमारी को उक्त सलाहाधार पर मात दी जा सकती है। यदि उक्तांकित बिन्दुओं पर प्रमुखता से पहल की जाए तो रफ्तार से पांव फैला रहे इस मधुमेह की बिमारी को हम करारी शिकस्त दे सकते हैं।