[gidhaur.com | अभिषेक कुमार झा] :- समय के साथ वाहनों को रफ्तार देने के लिए सूबे में सड़कों के लिए कई योजनाएं बनी। शहर से लेकर गांव तक सड़क निर्माण हेतु विभागीय बजट भले ही साल-दर-साल बढ़ रहा हो लेकिन हालात बदलते नहीं दिख रहे हैं।
हम बात कर हैं निर्माण हो रहे गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत मौरा पंचायत के सड़क का जहां ग्रामीणों द्वारा इस निर्माण में लापरवाही और अनियमितता की शिकायत का मामला प्रकाश में आया है।
निर्माणकर्ताओं के लापरवाही का नतीजा यह है कि सड़कों पर निर्माण के एक दिन बाद ही डामर उखड़ने लगा है।

प्राप्त जानकारी अनुसार, पीएमजीएसवाय द्वारा की जा रही इस सड़क निर्माण का कार्य मानकों के विपरीत सिर्फ काम चलाऊ किया जा रहा है। खबर है कि क्षेत्र के ग्रामीणों ने चल रहे इस निर्माण कार्य को रोककर विरोध प्रदर्शन भी किया है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क मानक व गुणवत्ता के अनुसार नहीं बनाई जा रही है। निर्माण कार्य में घटिया सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है। तकरीबन 4 किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए लाखों रुपए शासन द्वारा स्वीकृत हैं।
यहां पाठकों को बता दें कि,
सड़कों के लिए सरकार से काफी धन आता है, लेकिन कमीशनबाजी के चक्कर में इसकी गुणवत्ता पर ग्रहण लगने लगता है।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित अधिकारी निर्माण हो रहे इस सड़क के गुणवत्ता की जांच कर धनराशि का भुगतान करें।
अन्यथा करोड़ों की योजना, फिलहाल तकनीकी स्वीकृति के नाम पर धूल फांक रही है।
गांव से लेकर शहर तक सड़कों को चमाचम करने के लिए प्रस्ताव तो ढेरों तैयार हुए पर अधिकांश पर धन प्राप्ति के नाम पर विकास और मौरावासियों के उम्मीदों का पिटारा खाली ही रह गया।
(न्यूज डेस्क)
रविवार,08/04/2018