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गुरुवार, 8 मार्च 2018

छू सकती हूं मैं आकाश,बस मौके की है मुझे तलाश

gidhaur.com (चकाई) :- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर गुरूवार को  प्रखंड के रेफरल अस्पताल प्रांगण में समारोह का आयोजन जीविका,प्रदान,वर्ल्ड विजन,केयर इंडिया,आईसीडीएस द्वारा किया गया।
आयोजन के उपरांत संस्था के सदस्यों एवं स्थानीय महिलाओं की रैली को सीडीपीओ कार्यालय से सीडीपीओ प्रेरणा कुमारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना की। जो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ दहेज प्रथा बन्द करों,बाल विवाह बन्द करो, मै छू सकती हूं आकाश, मौके की मुझे भी है तलाश आदि नारों के साथ शहर भ्रमण कर चकाई रेफरल अस्पताल के प्रांगण में पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई।
जहाँ  नूतन देवी, सोनी देवी एवं अन्य महिलाएं द्वारा स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत की।सभा का विधिवत उदघाटन संस्था सदस्य ललिता देवी, चकाई अस्पताल प्रभारी रमेश प्रसाद, वर्ल्ड विजन प्रोग्राम मैनेजर कुणाल नायक,जीविका प्रखंड परियोजना प्रबंधक संजय कुमार दिवाकर  ने संयुक्त रूप से दिप जलाकर की।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि रेफरल अस्पताल प्रभारी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महिला हर किसी के घर में माँ, बहन,पत्नी के रूप में मौजूद है।
इसलिए महिलाओं का सम्मान करना हर किसी की जिम्मेदारी है।आज के दौर में महिलाये पुरुषों से कंधे से कंधे मिलाकर पढाई,खेलकूद, देश की रक्षा आदि हर क्षेत्र में अपनी अहम योगदान दे रही है। वही सभा की अध्यक्षता कर रहे वर्ल्ड विजन के प्रोग्राम मैनेजर कुणाल नायक ने कहा कि जिस राज्य ने दुनिया में सबसे पहले ग्रेजुएट महिला दी उस राज्य के लोग अशिक्षित कैसे हो सकते हैं। इसलिए लोगों को महिलाएं के प्रति सोच बदलने की जरूरत है तभी समाज से बाल विवाह, दहेज प्रथा समाप्त होगी। मंच संचालन वर्ल्ड विजन फिल्ड ऑफिसर विश्वास चन्द्र भारती ने की।

मौके पर वर्ल्ड विजन के सीनियर सीडीएफ के के थोमस, सी सम अमित दानियल दास, सीडीएफ सामवेल मरांडी,सीडीएफ जैम्स सांगा, जीविका से अनुज कुमार , रंजीत कुमार,केयर इंडिया ब्लॉक मैनेजर कुंदन कुमार सिंह, चाइल्ड लाइन से करण कुमार, आदि समेत बड़ी संख्या महिला अपनी उपस्थिति दर्ज कराते नजर आए। वहीं वर्ल्ड विजन के प्रोग्राम मैनेजर ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि यूनिसेफ द्वारा 2011 में सर्वे में एक हजार लड़कों पर मात्र 914 लड़की है, भारत में 70 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों की कम उम्र में शादी हो रही है, 42 प्रतिशत महिलाओ का शादी कम उम्र में हुआ है।
 (श्याम सिंह तोमर)
चकाई      |   08/03/2018, गुरूवार
www.gidhaur.com

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