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रविवार, 21 जनवरी 2018

मानव श्रृंखला : नहीं टूटा रिकार्ड, सीएम ने गांधी मैदान से की ह्यूमेन चेन की शुरुआत

Gidhaur.com (पटना) : दहेज प्रथा और बाल विवाह के विरोध में आजे पूरे बिहार में आयोजित मानव श्रृंखला को लेकर पूर्व से किए जा रहे सारे सरकारी दावे फेल हो गए। 21 जनवरी 2017 को जहां शराबबंदी के समर्थन में बिहार के सवा चार सौ करोड लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर एक विश्व रिकार्ड बनाया था, वहीं आज दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ आयोजित मानव श्रृंखला का आंकड़ा दो करोड़ भी नहीं पार कर पाया। हालांकि इसके कथित सरकारी आंकड़े रविवार को शाम में जारी किए जाएंगे।
गांधी मैदान से हुई शुरुआत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रीमंडल के सदस्य उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी सहित कइ अन्य वीवीआईपी के साथ पटना के गांधी मैदान से इस मानव श्रृंखला की शुरुआत की।
एम्बुलेंस को निरर्थक रोके रखा गया
कई ड्रोन कैमरों से इस मानव श्रृंखला की रिकार्डिंग की जा रही थी। सरकार के आदेश के बाद कई जगहों पर एम्बुलेंस और अन्य जरूरी सेवा वाली गाडियों को भी निरर्थक रोके रखा गया। 12:15 बजे तक सड़के खाली थी पर पुलिस के जवान मुस्तैद थे।
स्कूली बच्चों को प्रबंधन ने भेजा जबरन, कई बच्चों ने बतायी कहानी
आज के मानव श्रृंखला में वैसे मासूम और छोटे बच्चे भी दिखे जिन्हे बाल विवाह और दहेज प्रथा के बारे में कुछ समझ भी नहीं होगा। पर ऐसे बच्चों को भी पार्टी के स्थानीय नेता और कोचिंग चलाने वाले संचालकों ने अपने-अपने प्रचार के पोस्टर देकर सडको पर खड़ा कर दिया था। प्राईवेट स्कूल के बच्चे अपने स्कूल के यूनीफार्म और बैच के साथ इस तरह खड़े थे मानों वह मानव श्रृंखला में न आकर स्कूल के प्रचार के लिए जुटे हो। अनीसाबाद में लाल ब्लेजर पहने स्कूल के छात्रों ने बताया कि उन्हें स्कूल प्रशासन द्वारा आज के मानव श्रृंखला में शामिल होने के सख्त निर्देश दिए गए थे।
हालांकि नीतीश कुमार का समाजिक कुरीतियों के खिलाफ यह प्रयास तो सराहनीय था पर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष इसमें न तो वह उत्साह दिखा और न ही पिछले वर्ष की तरह जज्बा और शामिल होने वालों का संख्या बल।
अनूप नारायण
पटना      |     21/01/2018, रविवार

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