Gidhaur.com [अभिषेक कुमार झा] : दिन में तीखी धूप, सुबह व देर रात में बहती ठंडी हवा के ऐहसास से ऐसा प्रतीत होने लग गया है कि तापमान में धीरे-धीरे गिरावट होने से गिद्धौर की दहलीज पर ठंड ने दस्तक दे दी है।
» (केस स्टडी-1)
*ऊनी कपड़ों की खरीददारी तेज*
ठंड के दस्तक देते ही गिद्धौर के लोग अब ऊनी कपड़ों की जरूरत महसूस करने लगे है। गिद्धौर बाजार के विभिन्न छोटे बड़े कपड़े की दुकानों में गर्म एवं ऊनी कपड़े की खरीददारी तेज हो गई है।
» (केस स्टडी-2)
*स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं की हो गई शुरूआत*
*स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं की हो गई शुरूआत*
गिद्धौर की दहलीज़ पर दस्तक देने वाली इस ठंड की थोड़ी सी भी अनदेखी गिद्धौर वासियों को स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझने के लिए बाध्य करने को आतुर हैं।
»(केस स्टडी-3)
*अस्पतालों में बढ रही है मरीजों की भीड़*
ठंड के दस्तक देते ही सर्दी खांसी और बुखार होना आम बात है ऐसे में गिद्धौर के सरकारी एवं गैर सरकारी चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या में दिन-ब-दिन बढोत्तरी होते जा रहे हैं।
»(केस स्टडी-4)
*ठंड से राहत को अलाव की व्यवस्था*
गिद्धौर के टावर चौक, महावीर मंदिर, पंच मंदिर, 2 नंबर रोड, बडकी पैईन आदि जगहों पर कटे-फटे कपड़े, यत्र-तत्र पड़े लकड़ी के टुकड़े आदि जलावन की वस्तुओं से अहले सुबह अलाव की व्यवस्था कर अपने आप को ठंड से बचाते नजर आते हैं।
*क्या कहते हैं डाॅक्टर*
इस संदर्भ में डाॅक्टरों के परामर्श को माने तो उनका कहना है कि ठंड के मौसम में सर्दी होना लाजमी है, पर इसका सही तरीके से ध्यान नहीं रखा गया तो यह खांसी, जुकाम और गले में खराश को जन्म दे सकती है।
इनसे बचने के लिए गिद्धौर वासियों को ठंडी चीजों को खाने या पीने से परहेज करना चाहिए, इसके अलावे सिर से कान तक को किसी नरम कपड़े अथवा मफलर से ढक कर, दस्तक देने वाली इस ठंड से अपने आप को सुरक्षित रखा जा सकता है।
Gidhaur.com | 28/11/2017, मंगलवार